बाढ़ में बह गई हरदोई-उन्नाव सीमा को जोड़ने वाली सड़क, लोगों ने जुगाड़ से बनाया पुल
हरदोई-उन्नाव सीमा पर बनी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क बाढ़ में बह गई जिससे 50 गांवों का संपर्क टूट गया। ग्रामीणों ने बल्लियों से पुल बनाया और जान जोखिम में डालकर आवागमन कर रहे हैं। 25 दिनों से मार्ग बाधित है जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। प्रशासन की ओर से कोई सहायता नहीं मिली है। अधिकारी ने कहा कि जानकारी नहीं है लिख कर भेजेंगे।

संवाद सूत्र, गंजमुरादाबाद । हरदोई-उन्नाव जनपद की सीमा पर स्थित गांव में बनी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से बनी सड़क बाढ़ की चपेट में आ गई। जिसके साथ ही दोनों जनपदों के बीच संपर्क टूट गया है। इससे अब करीब आधा सैकड़ा गांवों के लोगों को आवागमन में मुसीबत हो रही है। समस्या से निजात पाने के लिए स्थानीय लोगों के सहयोग से बल्लियों के सहारे पुल बनाया और उसकी से जान जोखिम में डाल कर आवागमन कर रहे हैं।
बांगरमऊ क्षेत्र के गांव गहर पुरवा के निकट से प्रधानमंत्री ग्राम ग्रामीण सड़क योजना से हरदोई जनपद को जोड़ती है। जिससे उन्नाव व हरदोई के करीब आधा सैकड़ा गांवों का आवागमन इस मार्ग से होता है साथ ही इस मार्ग से हरदोई उन्नाव ही नहीं बल्कि कन्नौज जनपद के लोगों का भी आवागमन होता है।
दोनों जनपदों को जोड़ने वाली यही सड़क बीते बाढ़ के समय तेज जल प्रवाह के कारण जनपद सीमाक्षेत्र के नजदीक हरदोई सीमाक्षेत्र में गांव नोनार के निकट यह मार्ग पूरी तरह से कट गया जिससे पिछले करीब 25 दिनों से इस मार्ग का आवागमन बंद है।
वैकल्पिक अस्थाई पुल बनाया
इस बीच मौके से करीब आधा दर्जन गांवों के लोगों सामूहिक रूप में किसी तरह से सहयोग कर आवागमन हेतु बल्ली आदि डालकर एक वैकल्पिक अस्थाई पुल बनाया गया है जिससे ही पैदल व जान जोखिम में डालकर बाइक सवार आदि आवागमन कर रहे है किंतु दूर दराज से आने वाले चार पहिया वाहन मौके पर पहुंचने के बाद पुनः वापस लौटने को मजबूर हो रहे है।
पूर्व से संचालित इस मार्ग के कट जाने के कारण सबसे ज्यादा समस्या उन लोगों को हो रही है, जो काफी दूर से चलकर रिश्तेदारी आदि यहां पहुंचते हैं, किंतु मार्ग कटा होने से जब उन्हें वापस लौटना पड़ता है। किंतु स्थानीय प्रशासन द्वारा मौके पर किसी तरह की सहायता कार्य आदि अभी तक नहीं किए जा सके है। जिससे स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर भी प्रश्नचिन्ह लगते दिख रहे है।
उधर लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता सुबोध कुमार ने कहा कि सड़क बाढ़ में बहने की जानकारी नहीं है। यदि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से मार्ग बना है तो उसे ही मरम्मत कराना होगा। बाढ़ में प्रभावित हुई सड़कों में इसे भी शामिल किया जाए, इसके लिए लिखा जाएगा।
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