जागरण संवाददाता, उन्नाव : वाहनों का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए जल्दी ही एआरटीओ कार्यालय का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पायलट प्रोजेक्ट के तहत अब डीलर प्वाइंट पर ही वाहन के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके लिए एआरटीओ कार्यालय में तैयारी शुरू कर दी गई है।
अभी तक नया वाहन खरीदने या फिर दूसरे प्रांत से वाहन क्रय करने पर उसका रजिस्ट्रेशन कराने के लिए एआरटीओ में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को पूरा करना पड़ता था। इसके लिए वाहन स्वामी को अक्सर कार्यालय के चक्कर काटने पड़ते थे। अब यह प्रक्रिया वाहन खरीदने के साथ ही डीलर प्वाइंट पर ही पूरी कर ली जाएगी। इसके लिए एआरटीओ कार्यालय में 12 टू-व्हिलर डीलरों को आनलाइन प्रशिक्षण परिवहन आयुक्त कार्यालय के आइटी विभाग की तरफ से हिमांशू जैन, प्रभात पांडेय व राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआइसी) के सुधांशू ने दिया। उन्होंने प्रशिक्षण में बताया कि डीलर को वाहन क्रेता से सभी आवश्यक प्रपत्र लेकर उसका सत्यापन करना होगा। इसके बाद वीआइपी नंबर क्रेता को वाहन खरीदने से पहले ही लेना होगा। वाहन खरीदते समय मनचाहा नंबर ले पाना अब संभव नहीं होगा। डीलर प्वाइंट पर ही टैक्स जमा होने के बाद तत्काल पंजीयन चिह्न आवंटित कर दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान एआरटीओ आदित्य त्रिपाठी ने बताया कि अगले सप्ताह डीलर प्वाइंट व्यवस्था को लागू करते हुए इस पायलेट प्रोजेक्ट की शुरुआत करेंगे। जिसका शुभारंभ एआरटीओ कार्यालय से किया जाएगा।
