उन्नाव कांड़ः डमी मिलाई उजागर होने पर जेल में मिलाई के लिए आनलाइन पर्ची
उन्नाव जिला जेल में डमी मिलाई का खेल उजागर होने के बाद अब जेल में मिलाई के लिए आनलाइन पर्ची कटने की व्यवस्था है।
उन्नाव (जेएनएन)। भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर से मिलाई में डमी का खेल उजागर किए जाने के बाद जेल प्रशासन की सख्ती लगातार बढ़ती जा रही है। अभी तक हाथ से लिखी पर्ची से मिलाई होती थी। अब बंदियों से मिलाई के लिए पर्ची भी आनलाइन काटी जाएगी। फोटो खींची जाने के साथ आइडी देने के बाद जेल में एंट्री मिल रही है। मंगलवार से आनलाइन पर्ची काटे जाने की प्रकिया शुरू भी कर दी गई। चर्चा है कि विधायक के जेल में आने के बाद से अब आम बंदियों से मुलाकात में लोगों की मुश्किलें बढ़ चली हैं।
अधिकारी रख रहे फूंक-फूंककर कदम
यह तो तय है कि विधायक कुलदीप सिंह सेंगर जब तक उन्नाव जेल में हैं, यहां के अधिकारियों को मिलाई के साथ-साथ अन्य मामलों में भी फूंक-फूंककर कदम रखना होगा। तीन दिन पहले विधायक पर मेहरबानी करते हुए डमी मिलाई का खेला गया खेल जेल प्रशासन के गले की फांस बन गया। जागरण द्वारा विधायक से मिलाई में डमी के खेल को उजागर करने पर जेल प्रशासन की उच्चाधिकारियों के सवालों से घिग्घी बंध गई। अगले दिन से ही जेल में नियम सख्त कर दिए गए। विधायक से मिलने वालों की फोटो खींचे जाने और आइडी के बाद ही मिलाई के निर्देश जारी हुए। सूत्रों की माने तो सीबीआइ ने विधायक से मिलने वालों का आनलाइन डाटा उपलब्ध कराने का जेल प्रशासन को निर्देश दिया जिस पर हरकत में आए जेल प्रशासन ने मिलाई करने वाले हर व्यक्ति को अब हाथ पर्ची की जगह कंप्यूटराइज्ड पर्ची दिए जाने के निर्देश जारी किए। अब मिलाई करने वाले युवक की फोटो ङ्क्षखचने के साथ उसकी आइडी लेकर कंप्यूटर में फीड किया जाएगा। इस आदेश के बाद मंगलवार को आनलाइन पर्ची काटी गई।
सर्वर बैठने से मासूस लौटे लोग
आनलाइन प्रकिया के तहत पर्ची काटने के दौरान अचानक सर्वर बैठ जाने से मुलाकातियों को कई घंटे सर्वर आने का इंतजार करना पड़ा। सर्वर न आने से मुलाकाती मायूस होकर लौट गए। लोगों का कहना है कि विधायक के जेल आने के बाद से अन्य बंदियों से मुलाकात में बेहद परेशानी उठानी पड़ रही है।
लाइट गुल होने पर खड़ी होगी मुसीबत
आनलाइन पर्ची काटे जाने के लिए पर्ची काउंटर पर महज बिजली की व्यवस्था है। बत्ती गुल होने पर अन्य संसाधन न होने से भी मुलाकातियों को पर्ची के लिए इंतजार करना पड़ेगा। न ही यहां कोई जनरेटर कनेक्शन है और न ही इंनवर्टर। बुधवार को कुल देर के लिए बत्ती गुल होने पर लोगों को काफी देर लाइट आने और पर्ची मिलने के लिए इंतजार करना पड़ा।
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