साहित्यिक समारोह के रूप में मनी कवि मनीराम द्विवेदी नवीन की जयंती
संवाद सहयोगी पाटन कवि श्रेष्ठ पंडित मनीराम द्विवेदी नवीन की 115वीं जयंती उनके पैतृक गांव

संवाद सहयोगी, पाटन : कवि श्रेष्ठ पंडित मनीराम द्विवेदी 'नवीन' की 115वीं जयंती उनके पैतृक गांव नैकामऊ में सोमवार को साहित्यिक समारोह के रूप मे मनाई गई, जिसमें नवीन जी को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। वहीं कवियों ने काव्य पाठ भी किया।
साहित्यकार डॉ. गणेश नारायण शुक्ल ने नवीन जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि नवीन जी का संपूर्ण साहित्य एक सच्चे निर्भीक और आदर्शों पर जूझने वाले कवि का साहित्य हैं। उन्होंने समाज को दिशा देने का काम किया। सेवानिवृत्त न्यायाधीश आरएन सिंह ने कहा कि हम सभी को नवीन जी के पुत्रों से प्रेरणा लेनी चाहिए उनके द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम बहुत ही सराहनीय है। समाजसेवी सुंदरलाल बाजपेई ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से समाज को प्रेरणा मिलती है। इससे पहले सभी लोगों ने कवि श्रेष्ठ मनीराम द्विवेदी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और समिति के आनंद मोहन द्विवेदी व सुंदरलाल बाजपेई ने साहित्यकार डॉ. गणेश नारायण शुक्ला को शाल ओढ़ाकर व प्रतीक चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन रमेश सिंह ने किया। कवियों ने काव्य पाठ के माध्यम से नवीन जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस मौके पर विष्णु दयाल सिंह, डॉ प्रताप नारायण त्रिवेदी, राम कुमार शास्त्री, शिव मोहन द्विवेदी, राम हेत सिंह, मोहन सिंह ,अरुण द्विवेदी आदि मौजूद थे। अंत में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं पूर्व विधायक भगवती सिंह विशारद को श्रद्धांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का समापन किया गया।
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लघु अनुष्ठान करके गायत्री यज्ञ एवं मास्क वितरण किया
- कार्तिक पूर्णिमा, गुरुनानक जयंती व देव दीपावली के अवसर पर गायत्री मन्दिर में 24 हजार बार गायत्री मंत्र का लेखन किया गया। इस लघु अनुष्ठान के पूरा होने पर विश्व कल्याण कामना के लिए व्यवस्थापक सिद्धनाथ श्रीवास्तव, एडवोकेट ने केवल तीन साधकों के साथ गायत्री यज्ञ किया। यज्ञ संचालन करते हुए गायत्री परिवाजक अशोक कुमार दीक्षित ने बताया कि कलयुग में यज्ञ कल्पवृक्ष के समान है। शैलेंद्र पाण्डेय, प्रदुन्न कुमार द्विवेदी को यज्ञोपवीत धारण करते हुए पं. चंद्रकिशोर द्विवेदी गायत्री परिवाजक ने इसके महत्व को बताया कि शिखा सूत्र भारतीय संस्कृति की पहचान है। व्यवस्था समिति में अजय कुमार शुक्ला, सुशील जायसवाल, कृष्णा शर्मा, अवधेश कुमार दीक्षित ने बटुकों को मंगलमय जीवन का आशीर्वाद दिया।
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