नंबर प्लेट बताएगी वाहन की लोकेशन
जागरण संवाददाता, उन्नाव : अपराधी अब वाहन चोरी करने व किसी भी मार्ग दुर्घटना को अंजाम दे
जागरण संवाददाता, उन्नाव : अपराधी अब वाहन चोरी करने व किसी भी मार्ग दुर्घटना को अंजाम देकर अधिक दूर तक नहीं भाग सकेंगे। शहर का चौराहा पार करते ही उनकी तस्वीर और वाहन नंबर एआरटीओ में सुरक्षित हो जाएगा। पुलिस चंद मिनटों में ही उनके गिरहबान तक पहुंच जाएगी। इसके लिए वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाई जाएंगी।
जानकारों की मानें तो यह नंबर प्लेट एआरटीओ कार्यालय जारी करेगा। इसमें खासियत होगी कि वाहन चोरी व अन्य घटना होने पर जैसे ही एआरटीओ कार्यालय से उस नंबर प्लेट को सर्च किया जाएगा वह गाड़ी की लोकेशन बता देगा और पुलिस उसे पकड़ सकेगी। यह हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नए वाहनों में रजिस्ट्रेशन के साथ ही एआरटीओ सीधे वाहन एजेंसियों को देगा और पुराने वाहन मालिकों को एआरटीओ से इसे आवंटित करवाना होगा। विभागीय सूत्रों की मानें तो इसकी पहल पहले हैवी वाहनों से होगी।
प्राइवेट कंपनी करेगी काम
इस हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट का ठेका विभाग प्राइवेट आइटी कंपनी को देगा। कंपनी शहर के मुख्य चौराहों पर आधुनिक तकनीकी वाले सेंटर बनाएगी। उन सेंटरों पर कर्मचारी नियुक्त किए जाएंगे। लेकिन नंबर प्लेट लगाने का काम एआरटीओ आफिस में ही होगा। इसमें एक नंबर प्लेट में करीब 200 रुपये का खर्च आएगा वहीं चौपहिया वाहनों में यह चार्ज दोगुना हो जाएगा।
ऐसे पकड़े जाएंगे अपराधी
यदि कोई वाहन चालक वारदात को अंजाम देकर भागता है तो पुलिस को सिर्फ गाड़ी का नंबर चाहिए होगा। पुलिस उस वाहन नंबर को चौराहों पर बने एआरटीओ के सेंटर पर जाकर बताएंगे। वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर देखकर पुलिस अपराधी के घर तक पहुंच जाएगी।
यह होगी खासियत
इस नंबर प्लेट की खासियत होगी कि इस एल्यूमीनियम प्लेट का मानक तय रहेगा। यह राउंड शेप में होगी और इसमें क्रिरोमियम का होलोग्राम बना होगा। इसके नीचे इंडिया और शार्टनेम (आइएनडी) लिखा होगा। इसमें सात अंकों का एक लेजर कोड होगा साथ ही इसमें स्नैपलॉक भी होगा। अगर प्लेट को तोड़ने या बदलने का प्रयास किया गया तो यह लॉक टूट जाएगा, जिससे एक वाहन की नंबर प्लेट दूसरे वाहन में नहीं लग सकेगी।
प्रस्ताव भेजा गया था, आदेश आने पर शुरू होगा काम
एआरटीओ कार्यालय के अधिकारियों की मानें तो इस हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट को लेकर प्रस्ताव भेजा जा चुका है। इसके लिए कई कंपनियों से बात भी चल रही है। जल्द ही यह व्यवस्था लागू की जाएगी।
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