Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जीवन से अंधकार हटाने वाले को कहते हैं गुरु

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 27 Jul 2018 11:16 PM (IST)

    जागरण टीम, उन्नाव : गुरु को गुरु इसलिए कहा जाता है क्यों कि वह अपने शिष्य के जीवन में फैले ...और पढ़ें

    Hero Image
    जीवन से अंधकार हटाने वाले को कहते हैं गुरु

    जागरण टीम, उन्नाव : गुरु को गुरु इसलिए कहा जाता है क्यों कि वह अपने शिष्य के जीवन में फैले अंधकार को मिटाने का काम करता है। गुरु दो अक्षरों से मिलकर बना है। इसमें पहले अक्षर 'गु' का अर्थ है 'अंधकार' और दूसरे अक्षर 'रु' का अर्थ होता है 'हटाने वाला'। इससे अंधकार को हटाकर प्रकाश की ओर ले जाने वाले को 'गुरु' कहा जाता है। गुरु वह है जो अज्ञान का निराकरण करता है और धर्म का मार्ग दिखाता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शहर के कालेज रोड स्थित गायत्री शक्तिपीठ में गुरु पूर्णिमा पर आयोजित कार्यक्रम में पीठ के व्यवस्थापक सिद्धनाथ श्रीवास्तव ने कहीं। उन्होंने बताया कि गुरु ही अयोग्य व्यक्ति को सद्मार्ग दिखाकर योग्य बनाता है। जो भी कमियां होती हैं वह उन्हें दूर करने का काम करता है। इस मौके पर जय ¨सह वर्मा, पं. चंद्रकांत तिवारी, पं. चंद्रकिशोर द्विवेदी, ज्ञानचंद्र श्रीवास्तव, नरेंद्र ¨सह, रेवाशंकर दीक्षित, घनश्याम यादव आदि ने गुरु को याद किया। इसके अलावा शहर के कालेज रोड स्थित आदर्श विद्या मंदिर में भी गुरु पूर्णिमा पर बच्चों ने अपने शिक्षकों का आर्शीवाद लिया। इस मौके पर विद्यालय की प्रधानाचार्या अंजना भदौरिया ने छात्रों को गुरु के प्रति सच्ची श्रृद्धा बनाए रखने को प्रेरित किया। वहीं शहर के सिविल लाइंस स्थित बाला जी मंदिर में भी गुरु पूर्णिमा का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। महंत गोपाल कृष्ण त्रिपाठी ने गुरु के महत्व को बताया। सफीपुर के चकलवंशी स्थित भिनकीपुर परमार्थधाम हनुमान मंदिर में गुरु पूर्णिमा पर विशाल भंडारे का आयोजन हुआ। जिसमें हजारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। महंत स्वामी रामस्वरूप ब्रह्मचारी ने भक्तों को गुरु की महत्ता बतायी। वहीं गायत्री परिवार ने आचार्य श्रीराम की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। आचार्य रामचंद्र तिवारी ने गुरु के प्रति शिष्य के कर्तव्यों को बताया। इस दौरान मुन्ना गुप्ता, सुमंत गौड़, रामकुमार वर्मा भी मौजूद रहे। फतेहपुर चौरासी में भक्तों ने गंगास्नान भी किया। नवाबगंज कसबे में भी गुरु पूर्णिमा का त्योहार बड़े ही उल्लास के साथ मनाया गया। शुक्लागंज में भी गुरु पूर्णिमा का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर लोगों ने अपने गुरुजनों को नमन किया। दुर्गा मंदिर में गुरु आमडेकर की प्रतिमा पर पूजन अर्चन किया। इस मौके पर परंपरागत तरीके से प्रसाद के रूप में लोगों को आम का वितरण किया गया। मंदिर प्रबंधन का कार्य देख रहे आदित्य ¨सह साधू ने बताया गुरु पूर्णिमा का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। वहीं गायत्री शक्तिपीठ बालूघाट में स्कूली बच्चों ने गुरु की महिमा का बखान किया। व्यवस्थापक रामचंद्र ने बताया कि गुरु के प्रति शिष्य का सदैव समर्पित भाव होना चाहिए। इस मौके पर शक्तिपीठ में 20 दीक्षा संस्कार, 3 यज्ञोपवीत, 2 पुंसवन, 5 पाटी पूजन, 6 नामकरण व 3 जन्मदिन संपन्न हुए।

    ----------------

    गुरु पूर्णिमा पर भक्तों ने लगाई पुण्य की डुबकी

    - गुरु पूर्णिमा पर शुक्लागंज स्थित गंगातटों पर भक्तों ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। नगर के आनंदघाट, मिश्रा कालोनी घाट, शिव बाबा घाट, गंगा बिशुन घाटों पर भक्तों का मेला सा लगा रहा। वहीं भक्त बड़ी संख्या में परियर स्थित गंगा तट पर पहुंचे और गंगा स्नान किया। अधिक भीड़ होने से वाहनों की कतारें लगी रहीं। जिससे चकलवंशी-परियर मार्ग जाम लग गया। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने जाम खुलवाया। वहीं बलखंडेश्वर महादेव मंदिर में भी भक्तों ने जलाभिषेक किया।