कानपुर-लखनऊ हाईवे पर बड़ा हादसा, ओवरटेक करने पर अनियंत्रित ट्रक ने पांच को रौंदा, चार की मौत
कानपुर-लखनऊ हाईवे पर ओवरटेक करने के दौरान अनियंत्रित ट्रक ने पांच लोगों को रौंद दिया। इसमें दो ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि दो की अस्पताल में मौत हुई। वहीं एक की हालत अभी भी गंभीर है। हादसा उन्नाव के शेखपुर नरी व करिया खेड़ा गांव के पास हुआ।
जागरण संवाददाता, उन्नाव। लखनऊ से कानपुर जा रहे तेज रफ्तार ट्रक की चेसिस रोडवेज बस के ओवरटेक करने के दौरान अनियंत्रित हो गई। डिवाइडर तोड़ते हुए दूसरी ओर पहुंच कर लोडर व बाइक सवार पांच लोगों को रौंद दिया। इसमें तीन लोगों की शुक्रवार का और एक की शनिवार को मौत हो गई। हादसा शुक्रवार शाम छह बजे सदर कोतवाली क्षेत्र में शेखपुर नरी व करिया खेड़ा गांव के पास हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ट्रक की रफ्तार करीब 90 किमी प्रतिघंटा थी।
कानपुर-लखनऊ हाईवे पर शाम करीब छह बजे रोडवेज बस के ओवरटेक करने के दौरान ट्रक चालक नियंत्रण खो बैठा। चेसिस अनियंत्रित होकर बाइक सवार श्रीकिशन व बेटी मोहिनी को टक्कर मारते हुए डिवाइडर तोड़ कानपुर से लखनऊ जाने वाली लेन पर पहुंच गई और सामने से आ रहे लोडर को टक्कर मारने के साथ ही दो बाइक सवारों को रौंदने के बाद पलट गई।
हादसे में सदर क्षेत्र के गांव हुसैन नगर के 35 वर्षीय रमेश सोनकर पुत्र कजरे और साथी 26 वर्षीय असगर अली पुत्र शाहिद निवासी कासिम नगर की मौत हो गई। दोनों बंथर स्थित एक पेय पदार्थ की फैक्ट्री में मजदूरी करके घर लौट रहे थे।
दूसरी बाइक सवार 26 वर्षीय रंजीत पुत्र साजन निवासी सिंगरोसी कोतवाली सदर, 38 वर्षीय बाबू राम निवासी इंद्रा नगर और तीसरी बाइक सवार 20 वर्षीय मोहिनी पुत्री श्रीकिशन निवासी फत्तेपुर गंगाघाट गंभीर घायल हो गए। अस्पताल में उपचार के दौरान रंजीत ने दम तोड़ दिया। मोहिनी व बाबूराम की हालत गंभीर थी। बाबूराम ने भी शनिवार को दम तोड़ दिया।
राजमार्ग पर अनियंत्रित चेसिस ने एक पिकअप व बाइकों में टक्कर मार दी। जिससे तीन लोगों की मौत हो गई जबकि दो को घायल कर दिया गया। जिसमें घायलों को कानपुर रेफर कर दिया गया है। महिला का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया चल रही है। क्षतिग्रस्त वाहनों को हाईवे से हटा कर आवागमन सामान्य करा दिया गया है। घटना के कारणों की जांच की जा रही है।
- सोनम सिंह, सीओ सिटी
चार दिवंगत श्रमिक पेय पदार्थ बनाने वाली फैक्ट्री में करते थे काम
सड़क हादसे में जान गंवाने वाले चारों श्रमिक थे। चारों दिवंगत परिवार के अकेले कमाने वाले थे। जिनकी मौत के साथ ही घर को दो वक्त की रोटी देने वाला भी छीन गया। चारों परिवारों में कोहराम मच गया। जिला अस्पताल पहुंचे स्वजनों की चीख पुकार सुन आसपास मौजूद लोगों की भी आंखे छलक आई। वहीं हादसे के बाद हाईवे पर अफरातफरी रहने के साथ जाम लगा रहा।
दिवंगतों में शामिल 26 वर्षीय रंजीत बंथर स्थित पेय पदार्थ बनाने वाली फैक्ट्री में मजदूरी करता था। करीब नौ साल पहले उसके पिता की मौत होने के बाद परिवार में सबसे बड़ा होने के कारण घर गृहस्थी चलाने का बोझ उसपर आ गया था। तीन भाई और दो बहनों में सबसे बड़ा होने के कारण एक बहन की शादी के बाद दूसरी की शादी की तैयारी कर रहा था। लेकिन विधाता को कुछ और मंजूर था। जिसने उसे ही परिवार से छीन लिया। हादसे के बाद पूरा परिवार रो रोकर बेहाल रहा।
पति की निशानी पाल रही तरन्नुम से छिन गया पति का सहारा
वहीं रंजीत के साथ उसकी बाइक पर सवार साथी असगर अली की पत्नी तरन्नुम गर्भवती हैं। असगर फैक्ट्री में काम करके पूरे परिवार का भरण पोषण करता था। उसकी मौत के साथ ही परिवार के भरण पोषण का संकट खड़ा हो गया है। पत्नी तरन्नुम लोगों से यही पूछ रही थी कि अब हमारा क्या होगा। वहीं हादसे में तीसरे दिवंगत रमेश सोनकर की मौत से उसके परिजनों का रो -रोकर कर बुरा हाल है। चौथा मृतक बाबूराम भी पेय पदार्थ की कंपनी में काम करता था।
मामा के घर से लौट रही थी मोहिनी
हादसे में घायल मोहिनी अपने पिता के साथ गुरुवार को बाइक से पटनहन खेड़ा अचलगंज निवासी मामा के घर गई थी। जहां से शुक्रवार को लौटते समय वह हादसे का शिकार हो गई। मोहिनी विवाहित थी, पति से तलाक के बाद पिता के घर थी।
चेसिस चालक भाग निकला
एएसपी अखिलेश सिंह, सीओ सोनम सिंह, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अवनीश सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर जानकारी ली। घटना के बाद चेसिस चालक भाग निकला। सीओ सिटी ने बताया कि क्षतिग्रस्त वाहनों को हाईवे से हटा कर आवागमन सामान्य करा दिया गया है। घटना के कारणों की जांच की जा रही है।
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