घूसखोरी में गिरफ्तार हुई महिला लेखपाल के कमरे में एंटी करप्शन टीम ने की छानबीन, नजरी नक्शा बनाकर हुई वापस
उन्नाव के पुरवा में एंटी करप्शन टीम ने घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार लेखपाल ममता प्रजापति के मामले की जांच की। एसडीएम के आदेश पर लेखपाल के कार्यालय का ताला तोड़कर टीम ने नक्शा तैयार किया। यह कार्रवाई शिकायतकर्ता अवधेश की मौजूदगी में हुई जिसने लेखपाल पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। फिलहाल मामले की जांच जारी है।

संवाद सहयोगी, पुरवा। पचास हजार की घूस लेते हुए एंटी करप्शन टीम द्वारा गिरफ्तार की गई महिला लेखपाल ममता प्रजापति के मामले में जांच के लिए गुरुवार को एंटी करप्शन की टीम पुरवा तहसील पहुंची। एसडीएम के निर्देश पर लेखपाल के कक्ष का ताला तुड़वा टीम ने लगभग आधा घंटे की छानबीन कर नक्शा नजरी तैयार कर वापस लौट गई।
बताते चलें पुरवा तहसील में तैनात लेखपाल ममता प्रजापति को गत 12 सितंबर को पचास हजार घूस लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने पकड़ा था। जिसके बाद मौरावां थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद दूसरे दिन जेल भेज दिया था।
गुरुवार को एंटी करप्शन की टीम लेखपाल के कमरे का नजरी नक्शा बनाने तहसील पहुंची। कक्ष में ताला लगा होने से टीम ने एसडीएम प्रमेश श्रीवास्तव से मिलकर जांच के लिए उक्त महिला लेखपाल का कमरा खुलवाने को कहा।
एसडीएम प्रमेश श्रीवास्तव ने नायब तहसीलदार नीरज चतुर्वेदी, राजस्व निरीक्षक हरीश्याम व नाजिर ऋषभ सहित पुलिस को एंटी करप्शन टीम के साथ भेजा। राजस्व अधिकारियों की मौजूदगी में महिला लेखपाल ममता प्रजापति के बंद कमरे का ताला तोड़ा गया।
उसके बाद एंटी करप्शन की टीम ने लगभग आधे घंटे जांच पड़ताल करने के बाद अंदर का नजरी नक्शा बनाया। टीम के साथ शिकायतकर्ता अवधेश भी मौजूद रहा।
बताते चले कि क्षेत्र के गांव मोहिनीखेड़ा निवासी श्रीराम की तीन बिसुआ भूमि को कामर्शियल करने के नाम पर लेखपाल ममता प्रजापति ने पचास हजार घूस मांगी थी।
जिसपर बेटे अवधेश ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत की थी। जिसके बाद टीम ने महिला लेखपाल को रंगे हाथों पकड़ा था।
एसडीएम प्रमेश श्रीवास्तव ने बताया कि एंटी करप्शन टीम लेखपाल के कमरे का नक्शा बनाने आई थी।कमरे का ताला बंद होने पर तहसील की टीम को साथ भेजकर कमरे का ताला तोड़वाया गया है। टीम नक्शा बनाकर वापस चली गई है।
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