सर्वकल्याणकारी महामंत्र है 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय'
...और पढ़ें

शुक्लागंज, संवाददाता : राजधानी मार्ग स्थित श्री दुर्गा मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत् कथा के छठे दिन शुक्रवार को कथाचार्य पं. हरिओम शास्त्री ने कहा कि 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' महामंत्र के जाप से सर्वकल्याण होता है। इस मंत्र का जाप करने से जहां मनुष्य को सर्वबाधाओं से मुक्ति मिल जाती है, वहीं सुख और समृद्धि बनी रहती है।
उन्होंने आगे बताया कि जो भी भक्त भाव से भगवान भजन करते हैं, उनका बेड़ा इस भवसागर से पार हो जाता है। उन्होंने श्रीराम चरित मानस की चौपाई 'निर्मल मन जन सो मोहि पावा, मोहि कपट छल छिद्र न भावा' का उदाहरण देते हुए स्पष्ट किया कि जिस व्यक्ति का मन निर्मल होता है, वही ईश्वर की कृपा का पात्र भी होता है। क्योंकि किसी भी प्रकार का कपट और छल-छिद्र भगवान को अच्छा नहीं लगता है।
श्रीमद्भागवत् कथा के दौरान मंदिर परिसर में भगवान कृष्ण की रासलीला प्रस्तुत की गई, जिसे देखकर वहां मौजूद श्रोता गण मंत्र मुग्ध हो उठे। समूचा मंदिर परिसर राधा कृष्ण की जय-जयकार से गूंज उठा। इस मौके पर खुशी से झूम रहे लोगों ने राधा-कृष्ण पर पुष्प वर्षा की यह दृश्य देखकर मानो ऐसा लगा कि धरती पर साक्षात स्वर्ग उतर आया हो। इस मौके पर मुख्य रूप से श्री दुर्गा मंदिर के अध्यक्ष जंगबहादुर सिंह, राजमणि त्रिवेदी, रमाकांत मिश्रा, कमल वर्मा, त्रिलोकी नाथ दीक्षित, शिवकुमार कुशवाहा, सुशील तिवारी, प्रदीप शुक्ला आदि लोग मौजूद रहे।
'जो आनन्द दे वही नन्द है, जो यश दे वही यशोदा'
शुक्लागंज, संवाददाता : गोपीनाथपुरम् मोहल्ले के राधाकृष्ण मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत् कथा के दौरान आचार्य पं. शिवश्याम शास्त्री ने कहा कि वाणी और सद्विचारों से जो सभी को आनन्द देता है वहीं नन्द है। जो सभी को यश प्रदान करे वही यशोदा है। कथा को गति प्रदान करते हुए और कथा के मरम को समझाते हुए बताया कि जब भक्तों का हृदय गोकुल जैसा बन जाता है, तभी परमानन्द की अनुभूति होती है। उन्होंने बताया कि जहां कहीं भी भगवान की कथा हो रही हो, वहां अवश्य जाना चाहिए। इस मौके पर संजय अग्रवाल, बंटी शर्मा, राघवेन्द्र बाजपेई, ज्ञानदेव व राकेश आदि लोग मौजूद रहे।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।