No Helmet No Petrol: यूपी के इस जिले में नोटिस-नोटिस खेल रहे पंप संचालक, बिना हेलमेट खूब लीजिए पेट्रोल
मथुरा में बिना हेलमेट पेट्रोल न देने के आदेश का पालन नहीं हो रहा है। पेट्रोल पंपों पर नोटिस लगे हैं लेकिन बिना हेलमेट पेट्रोल मिल रहा है। डीएम के सरकारी कर्मचारियों को हेलमेट लगाने के निर्देश भी हवा में उड़ गए हैं। पहले भी ऐसा हुआ था और अब फिर से आदेश का उल्लंघन हो रहा है। जिला प्रशासन और पूर्ति विभाग की जिम्मेदारी तय की गई है।

जागरण संवाददाता, मथुरा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है कि सड़क सुरक्षा को लेकर बिना हेलमेट लगाए आने वाले दो पहिया वाहन चालकों को पेट्रोल न दिया जाए। लेकिन यहां सीएम के आदेश हवा में उड़ गए हैं। पंपों पर बिना हेलमेट पेट्रोल न मिलने का नोटिस तो लगाया गया, लेकिन पेट्रोल मिल रहा है। डीएम ने भी सरकारी कर्मचारियों को हेलमेट लगाकर ही कार्यालय आने के निर्देश दिए, लेकिन यहां भी उनके निर्देश कर्मचारी नहीं मान रहे हैं।
केवल नोटिस-नोटिस खेल रहे पेट्रोल पंप संचालक, लेकिन रोक नहीं
करीब एक वर्ष पूर्व भी सीएम योगी आदित्यनाथ ने सड़क सुरक्षा को लेकर चिंता जताई और सड़क हादसों में होने वाली मृत्यु को कम करने के लिए बिना हेलमेट पेट्रोल देने के साफ निर्देश दिए। जिले तक आदेश आया, लेकिन इसका पालन नहीं हो सका। कुछ पेट्रोल पंपों ने जरूर इस आदेश के बैनर लगाए, लेकिन आदेश नहीं माना। अब फिर रविवार को सीएम ने यही आदेश दिए।
सीएम के आदेश पंप संचालकों के कान खड़े हो गए, कई जगह पर नोटिस चस्पा कर हेलमेट लगाने की बात कही गई है, लेकिन पेट्रोल देने पर कोई रोक नहीं है। सौंख रोड, सौंख अड्डा, भूतेश्वर तिराहा, कलक्ट्रेट लगभग सभी पंपों पर बिना हेलमेट के पेट्रोल मिल रहा है।
सरकारी कर्मचारियों पर भी नहीं लागू हो सका डीएम का आदेश
डीएम ने सोमवार को ही आदेश जारी कर सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों को हेलमेट लगाकर ही दो पहिया वाहनों पर आने के निर्देश दिए, लेकिन यह निर्देश भी हवा में ही रह गए। कर्मचारी बिना हेलमेट ही गाड़ी चला रहे हैं।
जल्द करेंगे पंप स्वामियों के साथ बैठक
डीएम सीपी सिंह का कहना है कि जिला पूर्ति अधिकारी को कहा गया है, जल्द ही निर्देश जारी करने के साथ ही पेट्रोल पंप संचालकों के साथ बैठक करेंगे। उन्हें सीएम के निर्देशों का पालने करने की चेतावनी दी जाएगी, यदि फिर भी कोई पालन नहीं करेगा तो उस पर सीधी कार्रवाई होगी।
इनकी है जिम्मेदारी
सीएम के आदेश का पालन कराने की सीधी जिम्मेदारी जिला प्रशासन के साथ ही पूर्ति विभाग की है। इसके अलावा पुलिस भी इस पर सख्ती कर सकती है। लेकिन जिस तरह पहले सीएम के आदेशों को हवा में उड़ा दिया गया,अब भी यही हाल दिखाई दे रहा है।
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