Mathura DM सीपी सिंह की सादगी: बाढ़ पीड़ितों संग जमीन पर बैठकर किया भोजन, कहा- 'जल्द पानी कम हो जाएगा'
मथुरा में यमुना का जलस्तर बढ़ने से गांवों में बाढ़ जैसे हालात हैं। प्रशासन ने औरंगाबाद में फंसी एक गर्भवती महिला को बचाया और कई जानवरों को भी सुरक्षित निकाला। डीएम ने वृंदावन के राहत शिविर में पीड़ितों के साथ भोजन किया और बच्चों को चॉकलेट बांटी। उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और जल्द ही पानी कम हो जाएगा।

जागरण संवाददाता, मथुरा। यमुना में लगातार बढ़ रहे जलस्तर के कारण यमुना के किनारे के गांवों की स्थिति खराब है। कई-कई फीट पानी भर जाने के कारण आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासन लगातार पीड़ितों को मदद पहुंचा रहा है। डीएम सीपी सिंह के निर्देश पर टीम ने औरंगाबाद में बाढ़ में फंसी एक गर्भवती महिला को रेस्क्यू किया। वहीं बड़ी संख्या में पानी में फंसे कुत्ते और अन्य पशुओं का भी नाव से रेस्क्यू किया गया। डीएम ने वृंदावन के शिविर में बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ जमीन पर बैठकर भोजन किया।
कुत्ते और और अन्य जानवरों को भी बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से निकाला
डीएम सीपी के नेतृत्व में टीम ने अलग-अलग स्थानों पर बाढ़ प्रभावित लोगों को रेस्क्यू किया। एसडीआरएफ की टीम ने द्वारका अक्रूर कालोनी में पीड़ितों को बाहर निकाला। छाता क्षेत्र में नाव में बैठाकर पीड़ितों को शिविरों पर लाया गया। कई स्थानों पर एक दर्जन से अधिक कुत्तों को भी पानी से बाहर निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। कुछ परिवारों को एडीएम वित्त पंकज वर्मा की निजी गाड़ी से शिविर तक लाया गया।
बीमार और गर्भवती महिला को प्रशासन ने किया रेस्क्यू
डीएम ने मांट आदि क्षेत्रों में भ्रमण किया। यहां पर डांगौली से परिवार के छह लोगों को बाहर निकाला गया। शिविर में पहुंचकर डीएम ने हालात देखे। उन्होंने अड्डा मल्हान बाढ़ राहत केंद्र में भी बच्चों को चाकलेट और टाफी तथा दूध-बिस्किट का वितरण किया।
देर शाम डीएम सीपी सिंह ने वृंदावन के श्रीमती सुवटी देवी झुनझुनवाला अग्रवाल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में बने राहत शिविर में प्रभावितों का हाल जाना। उनके साथ जमीन पर बैठकर भोजन किया।
एक नजर
- 4 तहसील बाढ़ से प्रभावित
- 26 गांव बाढ़ की चपेट में
- 2 गांवों में कटान
- 19 गांवों की आबादी प्रभावित
- 2 गांवों का संपर्क मार्ग कटा।
- 6900 लोग बाढ़ से प्रभावित
- 14 गांवों के लोग राहत शिविर में
- 2890 लोग बाढ़ शरणालयों में
- 500 पशु किए गए शिफ्ट
डीएम ने कहा कि जल्द ही यमुना में पानी कम हो जाएगा। प्रशासन ने सारी व्यवस्था कर ली है, किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है।
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