Green Chaupal: हरियाली बढ़ाने के लिए यूपी के गांवों में होगा ग्रीन चौपाल का गठन, ग्राम प्रधान होंगे अध्यक्ष
उत्तर प्रदेश सरकार गांवों में हरियाली बढ़ाने के लिए ग्रीन चौपाल का गठन करेगी। ग्राम प्रधान अध्यक्ष और ग्राम पंचायत अधिकारी संयोजक होंगे। हर महीने बैठक होगी ग्राम वन स्थापित होंगे। पौधारोपण योजनाओं पर ध्यान दिया जाएगा और पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे। जिला पौधारोपण समिति निगरानी करेगी।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रदेश सरकार हरियाली बढ़ाने के लिए अब गांवों में ग्रीन चौपाल का गठन करने जा रही है। चौपाल के जरिए पर्यावरण संरक्षण में आमजन की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। विभिन्न विभागों के सहयोग से प्रत्येक ग्रामसभा स्तर पर ग्रीन चौपाल का गठन होगा।
ग्राम प्रधान ग्रीन चौपाल के अध्यक्ष होंगे, ग्राम पंचायत अधिकारी इसके संयोजक बनाए जाएंगे। ग्रीन चौपाल की प्रत्येक माह में कम से कम एक बैठक अनिवार्य रूप से होगी। साथ ही गांवों में ग्राम वन की भी स्थापना की जाएगी।
जिला पर्यावरण समिति के सदस्य सचिव प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा प्रत्येक ग्रामसभा स्तर पर विभिन्न विभागों के सहयोग से ग्रीन चौपाल का गठन किया जाएगा। सेक्शन/बीट अधिकारी सदस्य सचिव, ग्राम विकास अधिकारी संयोजक होंगे।
इसके अलावा तीन ग्राम पंचायत सदस्य (न्यूनतम एक महिला सदस्य), स्वयं सहायता समूह की एक महिला प्रतिनिधि, प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक, आंगनबाड़ी सहायिका, प्रगतिशील किसान, पर्यावरणविद्/स्थानीय एनजीओ के प्रतिनिधि व जैव विविधता प्रबंधन समिति के प्रतिनिधि चौपाल के सदस्य होंगे। संबंधित विभागों के प्रतिनिधि विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे।
पौधरोपण के लिए ग्राम पंचायतवार माइक्रो प्लान की विवेचना एवं क्रियान्वयन में ग्रीन चौपाल की सक्रिय सहभागिता रहेगी। साथ ही ग्राम पंचायत में हरीतिमा विकास के लिए उपलब्ध रिक्त भूमि पर पौधारोपण व रखरखाव सुनिश्चित करेगा।
ग्राम चौपाल शासन एवं जिला पौधारोपण समिति की मंशा के अनुरूप दायित्वों का निर्वहन करेगा। मानव-वन्यजीव संघर्ष के नियंत्रण करने के लिए प्रचार-प्रसार के साथ ही ग्राम हरित निधि की स्थापना व संचालन पर भी ग्राम चौपाल की टीम का फोकस रहेगा।
अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक परियोजना राम कुमार ने बताया कि ग्रीन चौपाल के जरिए विभिन्न विभागों की पर्यावरण से जुड़ी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा।
पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन आदि के प्रति स्थानीय स्तर पर विशेष प्रचार-प्रसार जैसे नुक्कड़ नाटक, रैली, गोष्ठी आदि का आयोजन होगा। ग्रीन चौपाल के कार्यों की निगरानी जिला पौधारोपण समिति करेगी। ग्रीन चौपाल के सुचारू रूप से संचालन के लिए समन्वयन का कार्य प्रभागीय वनाधिकारी करेंगे।
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