साड़ी से खेलते हुए गला कसा, फंदा लगने से 10 साल की बच्ची की मौत
बांदा में खेल-खेल में फंदा लग जाने से एक बच्ची की मौत हो गई। बच्ची ने खेलते हुए साड़ी का फंदा लगा लिया। उसे खोल नहीं पाई जिससे उसकी मौत हो गई। हालांकि फंदा उसने किससे लगाया अभी इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस को सूचना दे दी गई है।
जागरण संवाददाता, बांदा। ये खबर आपके लिए जरूरी है। अगर आपका भी अपने बच्चे को अकेले खेलने के लिए छोड़ देती हैं तो जरा ध्यान दें। कहीं खेल-खेल में उसकी जिंदगी संकट में न आ जाए। बांदा में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। साड़ी से झूला झूलते समय बच्ची की मौत हो गई।
दरअसल, बांदा में घर में खेलते हुए बच्ची के गले में साड़ी का फंदा कस गया। इससे उसकी मौत हो गई। बांदा के गिरवां थाना के ग्राम सरस्वाह निवासी कल्लू की 10 वर्षीय पुत्री मेघा शाम को घर में खेल रही थी। खेल-खेल में साड़ी का फंदा कस जाने से उसकी मौत हो गई। स्वजन की नजर पड़ी तो फंदा खोलकर उसे नीचे उतारा। पुलिस को घटना की सूचना दी गई है।
घर के दरवाजे में लगी चौखट से साड़ी का झूला बनाकर झूल रही बालिका के गले में फंदा कस गया। स्वजन को जब तक जानकारी हुई उसकी मौत हो गई। जीवित होने की आशंका पर स्वजन अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों ने जवाब दे दिया। पुलिस को घटना की सूचना दी गई। इससे पुलिस ने घटनास्थल देखा है।
गिरवां थाना के सरस्वाह गांव निवासी बब्लू की 10 वर्षीय पुत्री मेघा रविवार सुबह अपने घर के कमरे में लगी चौखट में साड़ी का झूला बनाकर झूल रही थी। खेल-खेल में अचानक उसके गले में साड़ी का फंदा कस गया। जिससे उसकी मौत हो गई। काजल किन्नर ने बताया कि उसकी भांजी मेघा चार बहनों में बड़ी थी।
गांव के स्कूल में वह कक्षा पांच में पढ़ती थी। पिता बबलू वर्मा मजदूरी करके परिवार का भरण-पोषण करते हैं। घटना के समय घर में मां सुशीला थी। मां समेत अन्य स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल है। गिरवां थानाध्यक्ष चंद्रप्रकाश तिवारी ने बताया कि स्वजन झूला झूलते समय हादसा होने की बात कह रहे हैं। मामले की जांच की जा रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।