गड्ढे में तब्दील हो गया देवरा-मुसाफिरखाना मार्ग
दो करोड़ 38 लाख की लागत से निर्मित किया गया था मार्ग30 किलोमीटर लंबे इस मार्ग को छोड़कर पगडंडियों से यात्रा करने को मजबूर राहगीर ...और पढ़ें

सुलतानपुर : दो जिलों को जोड़ने वाला देवरा-मुसाफिरखाना मार्ग निर्माण के तीन साल बाद ही जर्जर हालत में पहुंच गया है। हालात यह हैं कि कदम-कदम पर गड्ढे सड़क की गुणवत्ता को बयां कर रहे हैं। आए दिन कोई न कोई राहगीर इस मार्ग पर गिरकर चोटिल हो रहा है। क्षेत्र के लोगों ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी समेत संबंधित महकमे के अधिकारियों से की है।
इस मार्ग पर इसौली, भवनी शिवपुर, कस्बा माफियत, पूरे सहानी, पारा, बिरधौरा, अरवल, भखरी, खनोहा, नदौली, गनापुर, पटैला, बल्दीराय, टेरी, बहुरहवां, गोविदपुर और रामनगर उपरीपारा सहित दर्जनों गांवों के हजारों लोगों का आवागमन होता है। दो करोड़ 38 लाख रुपये की लागत से निर्मित इस मार्ग के निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
हालात यह हैं कि 30 किलोमीटर लंबे इस मार्ग को छोड़कर लोग पगडंडियों के सहारे यात्रा करना ज्यादा सुगम समझते हैं। इस बाबत खंड विकास अधिकारी अंजली सरोज ने बताया कि मार्ग की मरम्मत के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा गया है। आधी पटरी सड़क बना ठेकेदार गायब, हो रही दुर्घटनाएं :
भदैंया प्रतिनिधि के अनुसार सुलतानपुर-वाराणसी बाइपास जाने वाली पुरानी सड़क खस्ताहाल हो गई है। करीब चार साल से राहगीर जर्जर सड़क पर आवागमन कर दुर्घटनाग्रस्त होते रहे हैं। तीन महीने पहले सांसद से शिकायत के बाद पुराने हाईवे की मरम्मत पांच दिन पहले बीते सोमवार को शुरू हुई। दोमुंहा चौराहा स्थित ब्लाक मुख्यालय पर ठेकेदार ने दोनों पटरी के बजाए एक पटरी बनाकर काम रोक दिया है। आधी-अधूरी सड़क से लोगों की मुश्किलें कम होने के बजाए बढ़ गई हैं। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत सीएम पोर्टल पर कर दूसरी पटरी बनाएं जाने की मांग की है।

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