लोकसभा की अपेक्षा विस चुनाव में मतदाताओं की ज्यादा दिलचस्पी
2019 के लोकसभा के सापेक्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में ज्यादा पड़े थे वोट ...और पढ़ें

सुलतानपुर: लोकसभा चुनाव की अपेक्षा विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को ज्यादा दिलचस्पी रहती है। जरूरी काम छोड़कर भी मतदाता अपने पसंदीदा प्रत्याशी को वोट देने के लिए घर से निकलते हैं। यही कारण है कि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव की अपेक्षा 2017 के विधानसभा चुनाव में 0.85 फीसद अधिक वोट पड़े थे।
वहीं, इस बार भी जिला प्रशासन की ओर से वोट प्रतिशत बढ़ाने का भरसक प्रयास किया जा रहा है। 2017 के विधानसभा चुनाव में कुल 64 प्रत्याशी मैदान में थे। वहीं, इस बार 44 प्रत्याशी ताल ठोक रहे हैं।
2017 में इसौली विधानसभा क्षेत्र में कुल 54.45 फीसद व 2019 के लोकसभा में यहां 54.85 फीसद वोट पड़े थे। सुलतानपुर सीट पर विधानसभा में 56.66 व लोकसभा में 56.16 फीसद मतदाताओं से वोट दिया था। सदर में विस चुनाव में 58.26 व लोकसभा में 57.02 फीसद वोटरों ने मताधिकार का प्रयोग कर प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला किया था।
लम्भुआ विधानसभा चुनाव में 57.33 प्रतिशत वोट पड़े थे। वहीं, लोकसभा चुनाव में इस विधानसभा के 2.23 फीसद अधिक मतदाताओं ने मतदान किया था। कादीपुर विधानसभा चुनाव में पड़े 58.75 फीसद के सापेक्ष लोकसभा में 0.65 फीसद कम यानि 58.10 फीसद वोटरों ने मताधिकार का प्रयोग किया था।
'नर हो नारी, मतदान है सबकी जिम्मेदारी'
सुलतानपुर: 'नर हो नारी, मतदान है सबकी जिम्मेदारी। जन-जन की यही पुकार वोट डालो अबकी बार।' यह नारा गांवों की गलियों में बुलंद हुआ। सैकड़ों की संख्या में कतारबद्ध छात्र गांव की गलियों से गुजर लोगों को मतदान के लिए प्रेरित कर रहे थे।
श्री हनुमत इंटर कालेज धम्मौर के छात्रों ने शनिवार को प्राचार्य डा. वेद प्रकाश आर्य के नेतृत्व में विद्यालय से रैली निकाली। कस्बे से होकर निकली रैली धम्मौर, मनियारपुर, राजापुर, नूरपुर, समनाभार, रसवादा आदि गांवों से होकर गुजरी। शिक्षक विनोद कुमार सिंह, मनेंद्र यादव, ताड़कनाथ सिंह आदि शिक्षक मौजूद रहे।

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