यूपी में 156 किलोमीटर रेलखंड के दोहरीकरण के सर्वे की प्रक्रिया पूरी, इस रूट पर बढ़ेंगी ट्रेनों की संख्या
उत्तर प्रदेश में एक रेलखंड के दोहरीकरण का सर्वे पूरा हो गया है। इस दोहरीकरण से ट्रेनों की संख्या में वृद्धि होगी और यात्रियों को सुविधा मिलेगी। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इससे क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।

रेलखंड दोहरीकरण का नापजोख पूरा।
संवादसूत्र, सुलतानपुर। अयोध्या प्रयागराज रेलखंड के दोहरीकरण के लिए इंजीनियरिंग विभाग की टीम ने रेलपथ निरीक्षकों के साथ नापजोख की प्रक्रिया पूरी कर ली है। रेलवे के जिम्मेदार अधिकारी का दावा है कि जल्द ही अब इस सिंगल रेलपथ की तस्वीर बदलेगी। सर्वे करनी वाली टीम अपनी रिपोर्ट मंडल रेल प्रबंधक को सौंप चुकी हैं।
इसके लिए मंडल कार्यालय से रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजा गया है। अब रेलवे बोर्ड से धन आवंटित होने का इंतजार किया जा रहा है। इसके बाद ही रेलखंड के निर्माण की गति आगे बढ़ेगी।
रेलखंड दोहरीकरण के बाद बढ़ेगी ट्रेनें
उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन के शाखामंत्री पंकज दुबे ने कहा कि रेलखंड का दोहरीकरण होने के बाद इसमार्ग पर ट्रेनें बढ़ेंगी। इससे अयोध्या, सुलतानपुर, प्रतापगढ़ और प्रयागराज जिलों के यात्रियों को आवागमन में राहत मिलेगी। यात्रा करने में यात्रियों का सफर में समय बचेगा।
यात्रियों काे दूरी के हिसाब से यातायात में काफी राहत मिलेगी। तीर्थयात्रियों को भी सफर में आसानी होगी। अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर के निर्माण के बाद ट्रेनों में श्रद्धालुओं का आवागमन बढ़ा है। इस वजह से इस रेलपथ के दोहरीकरण का खाका खींचा गया है।
156 किलोमीटर रेलखंड की बदलेगी सूरत
अयोध्या से प्रयागराज रेलखंड की दूरी 156 किलोमीटर है। इसका दोहरीकरण कराए जाने के बाद रेलखंड की सूरत बदलेगी। ट्रेनों के बढ़ने के बाद इस रेलखंड के बीच में पड़ने वाले स्टेशनों पर यात्रियों को आवागमन में और आसानी होगी। यात्रियों का आधे घंटे से लेकर दो घंटे तक सफर में समय बचेगा।
अब तक इन ट्रेनों का हो रहा संचालन
इस रेलखंड पर अब तक मनवर संगम एक्सप्रेस, दुर्ग नौतनवा एक्सप्रेस,तुलसी एक्सप्रेस, साकेत एक्सप्रेस, श्रद्धा सेतु सुपरफास्ट, सिकंदराबाद स्पेशल, सुलतानपुर मुंबई एलटीटी, सरयू एक्सप्रेस, और अयोध्या प्रयागराज मेमू का संचालन हो रहा है। इस मार्ग के यात्री इन्हीं ट्रेनों से आवागमन कर रहे हैं।
पूरा हो चुका है सर्वे का कार्य
स्टेशन अधीक्षक बीएस मीना ने बताया कि रेलखंड दोहरीकरण के लिए सर्वे का कार्य पूरा हो चुका है। दोहरीकरण के लिए रेलवे के पास खुद की जमीन है। इससे रेलखंड के विस्तार में भूमि आड़े नही आएगी। बताया कि रेलवे बोर्ड से धनराशि का आवंटन होने के बाद रेलखंड दोहरीकरण का कार्य शुरू होगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।