कंपनी ने खड़े किए हाथ, यूपीडा खुद वसूल रहा टोल टैक्स
सुलतानपुर: 341 किमी लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर बढ़ रहे हादसों के चलते धीर-धीरे वाहनों की संख्या घटने लगी है। घाटा लगने से टोल वसूलने वाली कंपनी ने हाथ खड़े कर दिए। ऐसे में उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) यह कार्य स्वयं कर रहा है। एक्सप्रेसवे का उद्घाटन 16 अक्टूबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अरवल कीरी करवत हवाई पट्टी से किया था। छह माह तक लोगों ने निश्शुल्क सफर किया। इसके बाद पूरे मार्ग पर 13 टोल प्लाजा बनाए गए। इसका टेंडर 22,500 करोड़ में पार्थ इंडिया कंपनी ने लिया। 30 अप्रैल की आधी रात से गाड़ियों पर टोल लगना शुरू हो गया। मुजेश स्थित टोल पर एक मई से वसूली शुरू हुई। दो माह 23 दिन में 35 से 40 करोड़ का घाटा देख कंपनी ने हाथ खड़े कर दिए। बताया गया कि वर्तमान में रोजाना तकरीबन एक हजार वाहनों का आवागमन हो रहा है। इनमें करीब दो सौ वाहन छूट वाले हैं। फ्री होने पर यह संख्या दोगुणा थी। नहीं अंकित हुईं वाहनों की दरें तीन महीने बाद भी वाहनों से लिए जाने वाले शुल्क का विवरण दर्ज नहीं किया गया। इससे आए दिन वाहन चालकों व कर्मियों के बीच नोकझोंक होती रहती है। सुविधाओं के नाम पर यहां स्वच्छ पानी व शौचालय तक की व्यवस्था नहीं है। इससे वाहन चालक इस मार्ग से चलने में कतराने लगे हैं। औसतन हर दूसरे दिन हो रही मौत टोल प्लाजा के किनारे कंटीले तारों से बैरिकेडिंग न होने और पहुंच मार्ग को ठीक ढंग से न बनाए जाने के कारण आए दिन जंगली जानवर व मवेशी एक्सप्रेसवे पार करते हैं। इस कारण हादसे हो रहे हैं। हर दूसरे दिन किसी न किसी की मौत हो जाती है। -यूपीडा टोल टैक्स की वसूली करवा रहा है। कोरल एसोसिएट को श्रमिक आपूर्ति का टेंडर दिया है। लोगों को टोल पर सारी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। जो भी कमियां हैं, उन्हें दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। गंगा श्याम, टोल प्रबंधक
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।