यूपी का वो जिला जहां इस साल आवारा कुतों का शिकार हो चुके 7464 लोग, बच्चों को खेलने में भी हो रही परेशानी
सुलतानपुर में जनवरी से अब तक 7464 लोग आवारा कुत्तों का शिकार हो चुके हैं। पीड़ितों ने एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवाए हैं, पर प्रशासन ने कोई ठोस योजना नहीं बनाई है। सुप्रीम कोर्ट ने फीडिंग जोन बनाने का आदेश दिया था, लेकिन अभी तक इस पर अमल नहीं हुआ है। नगर पालिका का कहना है कि शासन के निर्देशानुसार कार्य किया जाएगा।

संवाद सूत्र, सुलतानपुर। जनवरी से अब तक 7464 लोगों को आवारा कुत्ते काट चुके हैं। इन पीड़ितों ने मेडिकल कालेज से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटी रैवीज इंजेक्शन लगवाया है। नगर पालिका से लेकर स्थानीय प्रशासन आवारा कुत्तों के आतंक से इंसानों को सुरक्षित रखने के लिए अब तक कोई ठोस योजना नहीं बना सका है।
बुधवार को दोस्तपुर के भरथुआ में जय कुमार मिश्र की बेटी अंशिता मिश्रा को कुत्ते ने काट कर घायल कर दिया। पयागीपुर निवासी शैलेंद्र प्रताप सिंह मेडिकल कालेज में एआरवी लगवाने के लिए आए थे। शहरी क्षेत्रों में आए दिन लोगों को आवारा कुत्तों के काटने और मानव पशु संघर्ष को कम करने की दिशा में सुप्रीमकोर्ट के फैसला आया था। उसके बाद प्रत्येक वार्ड व क्षेत्र में कुत्तों की संख्या के आधार पर फीडिंग जोन बनाए जोन का आदेश दिया काेर्ट ने दिया था।
जोन बच्चों के खेलने और अधिक आवाजाही वाले स्थानों से दूर रखे जाने के निर्देश हैं। साथ ही विवाद निस्तारण तंत्र, सतत नसबंदी (एबीसी) और जागरूकता अभियान पर काम करने पर जोर दिया गया है। स्थानीय निकाय के प्रतिनिधि पारस्परिक सहमति के आधार पर फीडिंग स्पाट (कुत्तों को भोजन देने की जगह) तय करेंगे।
यह स्थान बच्चों के खेलने के स्थान, प्रवेश व निकास बिंदुओं या ऐसे स्थान पर होंगे जहां पर बच्चे और बुजुर्ग कम आते-जाते हैं। कुत्तों को भोजन कराने का समय ऐसे तय किया जाएगा कि बच्चों और बुजुर्गों की गतिविधियों पर कोई असर न पड़े। कुत्तों के लिए तय भोजन स्थल के समीप सूचना पट्ट लगाने का भी आदेश है।
तय फीडिंग जोन से बाहर कुत्तों को भोजन कराना प्रतिबंधित रहेगा। अनुपालन कराने वाले किसी भी व्यक्ति, विशेषकर महिला पशु संरक्षकों से दुर्व्यवहार गंभीर अपराध माना जाएगा लेकिन इस पर अब तक अमल नही हो सका है।
नहीं बनी है कोई कार्ययोजना
नगर पालिकाध्यक्ष प्रवीन अग्रवाल ने बताया कि पालिका क्षेत्र में अभी कोई कार्ययोजना नही बनी है। पालिका में 25 वार्ड हैं। शासन से निर्देश आते ही कार्ययोजना अमल में लाई जाएगी।
शासन के निर्देश का होगा अनुपालन
अधिशासी अधिकारी लाल चंद्र सरोज ने बताया कि शासन से जो भी दिशा निर्देश आएगा, उसका कड़ाई से अनुपालन कराया जाएगा।

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