Sultanpur News: दुर्गा प्रतिमा विसर्जन शोभायात्रा में बवाल-आगजनी, पुलिसकर्मियों समेत 21 घायल
Sultanpur News सुलतानपुर में सोमवार को पारा बाजार कस्बे से मां भगवती की विसर्जन शाेभा यात्रा मस्जिद के पास तक पहुंंच गई जहां डीजे बजाने के विवाद में मस्जिद के पास कुछ लोगों ने किया हमला। रोका गया विसर्जन।
सुलतानपुर, संवादसूत्र। दुर्गा प्रतिमा विसर्जन शोभायात्रा के दौरान डीजे बजाने को लेकर बवाल हो गया। मस्जिद के पास लामबंद समुदाय के लोगों ने ईंट-पत्थर और धारदार हथियार से हमला कर दिया। इससे दो पुलिसकर्मी व एक ही पक्ष के 19 लोग घायल हो गए। उपद्रवियों ने तीन मोटर साइकिलें भी आग के हवाले कर दी। डीआइजी समेत आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।
सोमवार को पारा बाजार कस्बे से मां भगवती की विसर्जन शाेभायात्रा शुरू हुई। धीरे-धीरे यह बाबा जंगलीनाथ महादेव मंदिर के पास पहुंची। परंपरा के मुताबिक इस मार्ग से गुजरने वाली प्रतिमाओं की आरती मंदिर के गोस्वामी उतारकर एक-एक कर आगे बढ़ा रहे थे। इस कारण कतार मस्जिद के पास तक पहुंंच गई।
डीजे बजाने से किया था मना
इसी बीच मस्जिद में मौजूद मुस्लिम समुदाय के लोग बाहर निकले। डीजे बजाने से मना किया। अजान का समय होने की बात कहकर शोभायात्रा को आगे बढ़ाने की बात कही। इसी को लेकर दोनों पक्ष आमने -सामने हो गए। देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में समुदाय के लोग जमा हो गए और ईंट-पत्थर बरसाना शुरू कर दिया। घटना में 21 लोग घायल हो गए।
तीन बाइकों में लगाई आज
मौके पर जमा लोगों ने सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। यहीं नहीं, उपद्रवियों ने एक-एक वाहन को निशाना बनाते हुए पत्थरों से क्षतिग्रस्त कर दिया। तीन बाइकों को आग के हवाले कर दिया। पत्थरबाजी में दो देवी प्रतिमाएं व पुलिस की जीप भी क्षतिग्रस्त हो गई।
पुलिस उप महानिरीक्षक अमरेन्द्र प्रसाद सिंह, डीएम रवीश गुप्ता व एसपी सोमेन बर्मा समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू में करने की कोशिश में लगे हैं। सिपाही दृगपाल व विशाल सोनकर के अलावा रैना जगदीशपुर निवासी माताफेर, वलीपुर के दिलीप कुमार, जगदीशपुर के लालू यादव, जितेन्द्र, बृजलाल, नीरज जमुना प्रसाद, हेमानपुर के शुभम व अन्य शामिल हैं।
सजग रहती पुलिस तो न होती घटना
बल्दीराय : मिश्रित आबादी के कारण बल्दीराय और इब्राहिमपुर संवेदनशील है। इसके बावजूद यहां पर उतनी सतर्कता नहीं दिखी, जितनी होनी चाहिए थी। शायद यही कारण है कि मामूली कहासुनी उपद्रव में तब्दील हो गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि पुलिस सजग हाेती तो यह घटना न होती। इतना ही नहीं विसर्जन शोभायात्रा के दौरान तैनात पुलिसकर्मियों ने न तो हेलमेट पहन रखा था और न ही खुद की सुरक्षा की व्यवस्था कर रखी थी। कहासुनी व गाली-गलौज के दौरान चंद सिपाही डंडा लिए नजर आ रहे थे, जो उपद्रवियों के आगे कमजोर साबित हुए।
कहां से आए इतने लोग
शोभायात्रा के दौरान डीजे बजाने को लेकर इतनी बड़ी घटना शायद यूं ही नहीं हुई। इसके पीछे सुनियोजित साजिश होने से इन्कार नहीं किया जा सकता। कारण विवाद होने पर अचानक मस्जिद से हुजूम निकल पड़ा, जो नारेबाजी करने के साथ ही ईंट-पत्थर चलाने लगा। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इतनी भीड़ कहां से आ गई।
तब तक नहीं होगा प्रतिमाओं का विसर्जन
केंद्रीय पूजा समिति के अध्यक्ष महेश कुमार जायसवाल ने कहा है कि जब तक वलीपुर क्षेत्र की प्रतिमाएं आगे नहीं बढ़ेंगी, तब तक प्रतिमाओं का विसर्जन नहीं होगा। उन्होंने उपद्रवियों पर त्वरित कठोरतम कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया है। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। स्थिति नियंत्रण में है। मामले में निष्पक्ष और कड़ी कार्रवाई होगी। दोषियों को कतई नहीं बख्शा जाएगा। - सोमेन बर्मा, पुलिस अधीक्षक