विकलांग कोटे से भर्ती शिक्षकों की भी होगी जांच
शासन ने निर्देशों पर जांच टीम का किया गया गठन ...और पढ़ें

सुलतानपुर: कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में अनामिका शुक्ला फर्जी नियुक्ति मामले के चलते अब बेसिक विद्यालय में फर्जी डाक्यूमेंट लगाकर नौकरी पाने वाले शिक्षकों की जांच कराई जाएगी। इसके तहत जहां टीम गठित कर दी गई। वहीं आरक्षण का फर्जी लाभ उठाकर विकलांग कोटे से शिक्षक बनने वालों की भी जांच की जाएगी। लगाए गए मेडिकल कागजात के आधार पर स्वास्थ्य जांच कर हकीकत भी परखी जाएगी।
अनामिका शुक्ला फर्जी नियुक्ति मामले के बाद कस्तूरबा आवासीय विद्यालयों में हुई भर्तियों की जांच के निर्देश के बाद बेसिक विद्यालय के शिक्षकों के कागजात खंगालने के निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत जिला स्तर पर प्रशासनिक अधिकारियों की कमेटी बनाकर जांच भी शुरू कर दी गई है। शासन को आरक्षण कोटे से भी नौकरी पाने वाले शिक्षकों द्वारा फर्जीवाड़ा किए जाने की आशंका है। जिसमें विकलांग कोटा सबसे प्रमुख है। अक्सर देखा जाता है कि शारीरिक अक्षम प्रतिशतता कम होने के बाद भी विकलांग कल्याण विभाग कर्मियों की मिलीभगत से प्रतिशतता को बढ़वा दिया जाता है। जिससे आरक्षण में अर्ह होने की दशा में नौकरी व पेंशन आदि का लाभ ले लिया जाता है। बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार सक्सेना ने बताया कि शासन के निर्देश पर हर पहलुओं से जांच की जाएगी। फर्जी कागजात के सहारे नौकरी हथियाने वालों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी।

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