रात भर ऐसा क्या हुआ जो यूपी के किसानों की आंखों से निकल रहे आंसू? मायूस हुए अन्नदाता
सुलतानपुर में तेज बारिश से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। कटी हुई धान की फसल भीगने से अंकुरित होने का खतरा है, जिससे किसान परेशान हैं। सब्जी की खेती करने वाले किसानों को भी नुकसान हुआ है। कृषि वैज्ञानिक ने फसलों को बचाने के लिए उपाय बताए हैं। सेमरी में जलभराव से लोगों को परेशानी हो रही है और प्रशासन से शिकायत की गई है।

प्रतीकात्मक तस्वीर
जागरण टीम, सुलतानपुर। गुरुवार की रात तेज हवा के साथ बारिश हुई। शुक्रवार को भी रुक-रुकर बरसात होती रही। इससे फसलों को काफी नुकसान हुआ। फसलों को देखकर किसानों की आंखों में आंसू आ रहे है। कटकर खेतों में पड़ी धान की फसल पानी में भीगने से अंकुरित होने का खतरा मड़रा रहा है।
किसानों को फिलहाल कोई मार्ग नहीं सूझ रहा है। कहीं- कहीं 40 प्रतिशत से अधिक के नुकसान की संभावना जताई जा रही है। वहीं धान के भीगने व खेतों के गीला हो जाने से खड़ी फसल की कटाई पिछड़ने से शनिवार से शुरू होने वाली खरीद भी प्रभावित हो गई है। बारिश से तापमान भी गिर गया है। इससे लोगों को ठंडक का एहसास होने लगा है।
भदैंया : गुरुवार को रात भर व शुक्रवार सुबह हुई बरसात से बाजारों व सड़क की पटरियों पर जलभराव से भी लोगों को परेशानी हुई है। फसलों को लेकर किसानों की परेशानी बढ़ गई है। सब्जी की खेती करने वाले महानपुर, पुरैना, पखरौली धरौली के किसान अमितदेव, कमलेश, सुरेश, रजनीश आदि लोगो ने बताया कि टमाटर, पालकी, मूली, सोया मेथी , गोभी की फसल को नुकसान हुआ है। धान की 40 फीसदी फसल बरसात की चपेट मे आकर बरबाद हो रही है। कृषि वैज्ञानिक ब्रह्मराज पांडेय ने बताया कि सब्जी में फंगिसाइट और कीट नाशक का छिडकाव कर झुलसा रोग से फसलों को बचाया जा सकता है।
मोतिगरपुर : गोरसरा गांव के किसान राकेश वर्मा, राममनोरथ, पप्पू श्रीवास्तव व भैरोपुर के चंदन सिंह, राम गुलाम वर्मा, अजय सिंह आदि किसानों के धान की फसल खेतों में काटकर रखा गया जो बारिश से भींग रहा है। राईबीगो, बागसराय, बढ़ौनाडीह, पारसपट्टी, पहाड़पुर सरायभीषम, कैथवारा सहित सभी गांवों के किसानों का कहना है कि धान की फसल को भारी नुकसान हुआ है। आंखों से आंसू आ रहे हैं।
जयसिंहपुर : बरसात के चलते खेतों व खलिहानों में कटी धान की फसल पानी में भीग गई। इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। किसान फसल बचाने के लिए हर जतन कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कुछ सूझ नहीं रहा है। किसान राम कुमार, मनीष, मनोहर, रमेश का कहना है कि उनकी धान की फसल को क्षति हुई है।
कूरेभार : तीन दिनों से हो रही बरसात से धान की फसल को भारी नुकसान हुआ है। किसानों को कुछ सूझ नहीं रहा है कि वह करें भी क्या। कटका के किसान मुन्नवर, रत्नेश, जवाहर का कहना है कि उनकी कई बीघा धान की फसल बरसात में खराब हो गई। धनजई गांव के अनन्त बहादुर सिंह, रामजी ,मनोज कुमार, जोखू, शिव मूरत वर्मा त्रिभुवन वर्मा, विजयपाल की धान की फसल को काफी नुकसान हुआ है।
बारिश से तालाब बन गई सड़क
सेमरी : बरसात के चलते सिसौड़ा कस्बा में पूरी तरह जलमग्न हो गया। सड़कों पर तालाब जैसाजलनिकासी की भारी समस्या सामने आ रही है। बरसात का मौसम शुरू होते ही यह परेशानी विकराल रूप ले चुकी है। मुख्य बाजार की नालियों को आधा दर्जन से अधिक दुकानदारों द्वारा गिट्टी, ईंट के टुकड़े व अन्य निर्माण सामग्री डालकर पूरी तरह से बंद कर दिया गया है, जिससे बारिश का पानी नालियों में न जाकर सड़क पर जमा हो रहा है।
इससे लोगों को आवाजाही में भारी दिक्कत हो रही है। विनोद पांडेय, इकबाल, सरताज, आदर्श वर्मा ने बताया कि उन्होंने इस समस्या की शिकायत कई बार प्रशासन से की, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। लोक निर्माण विभाग के अवर अभियंता श्रवण कुमार चौहान ने बताया, मुझे अब तक इसकी जानकारी नहीं थी, अब जब मामला संज्ञान में आया है तो जल्द ही टीम भेजकर जांच कराई जाएगी और जल निकासी की व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा।

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