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    अब प्लेटफार्म बदलने को नहीं चढ़नी पड़ेंगी सीढि़यां

    By JagranEdited By:
    Updated: Sun, 18 Nov 2018 12:21 AM (IST)

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    अब प्लेटफार्म बदलने को नहीं चढ़नी पड़ेंगी सीढि़यां

    सुलतानपुर : स्थानीय जंक्शन पर शीघ्र ही महानगरों की तर्ज पर यात्रियों को लिफ्ट व एस्केलेटर (स्वचालित सीढि़यों) की सुविधा मिलने लगेगी। प्लेटफार्म बदलने के लिए उन्हें ऊंची सीढि़यां चढ़ने की जहमत नहीं उठानी पड़ेगी। जल्द ही रेलवे स्टेशन पर इससे बुजुर्ग व गर्भवती महिलाओं को एक प्लेटफार्म से दूसरे पर जाने में काफी सहूलियत मिलेगी। दिसंबर के आखिरी या जनवरी के पहले सप्ताह में यह सुविधा यात्रियों को मिलने लगेगी।

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    देश के करीब साढ़े तीन सौ रेलवे स्टेशनों को पुनर्विकसित करने की योजना के तहत ए श्रेणी वाले स्टेशनों को अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस करने का खाका तैयार किया गया था। सुलतानपुर रेलवे स्टेशन पर करीब एक साल पूर्व लिफ्ट व स्वचालित सीढि़यां लगाने का काम रेलवे के निर्माण विभाग ने शुरू किया। प्लेटफार्म नंबर एक व दो पर स्टेशन के दक्षिणी छोर पर फुट ओवरब्रिज को जोड़ती हुई लिफ्ट लगाई गई है। जिसकी क्षमता बारह क्विंटल के करीब है। एक बार में 10 से 12 यात्री सामान के साथ लिफ्ट का इस्तेमाल कर सकेंगे। वहीं एक नंबर प्लेटफार्म के उत्तरी छोर पर एस्केलेटर भी लगाया गया है। इसमें एक सीढ़ी ऊपर जाने के लिए है और दूसरी नीचे उतरने के लिए है। प्लेटफार्म नंबर दो व तीन पर स्वचालित सीढि़यां नहीं लगाई गई हैं। जिससे यात्रियों को थोड़ी मुश्किल जरूर पेश आएगी। स्टेशन अधीक्षक लखनलाल मीना का कहना है कि एस्केलेटर में स्टील रे¨लग व पैनल लगाने का काम शेष है। एक महीने के भीतर लिफ्ट व एस्केलेटर को सक्रिय कर दिया जाएगा।

    बोले यात्री, कम होंगी मुश्किलें

    कादीपुर निवासी जगदंबा प्रसाद व लम्भुआ के मकसूदन गांव निवासी छात्र विवेक तिवारी ने इसे यात्रियों के लिए बेहतरीन तोहफा बताया। मुसाफिरखाना निवासी पीडब्ल्यूडी कर्मी अर¨वद श्रीवास्तव व राजस्व कर्मी करुणेश ¨सह रेलवे एमएसटी धारक हैं। कहते हैं कि रोज करीब 42 सीढि़यां चढ़नी और उतरनी पड़ती हैं। जिससे सांस फूलने लगती है।