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    Sultanpur News: महोगनी नीम से बढ़ेगी किसानों की आमदनी, तैयार किए गए एक लाख पौधे

    Updated: Tue, 16 Dec 2025 03:42 PM (IST)

    सुलतानपुर में महोगनी नीम की खेती से किसानों की आमदनी बढ़ेगी। इसके लिए नर्सरी में एक लाख पौधे तैयार किए गए हैं। एक एकड़ भूमि में 120 पौधे रोपे जा सकेंग ...और पढ़ें

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    प्रतीकात्मक तस्वीर

    संवाद सूत्र, जागरण सुलतानपुर। किसानों की आय बढ़ाने के लिए वन विभाग उन्हें महोगनी नीम के पौध लगाने के लिए प्रेरित करेगा। विभागीय अधिकारी कृषि अधिकारियों के साथ साझा मिशन पर काम करेंगे।

    इसके बाद जो किसान तैयार होंगे, उन्हें विभाग नर्सरी में तैयार पौधों को अगले वर्ष पौधारोपण अभियान में नि:शुल्क उपलब्ध कराएगा। इसके लिए तीन पौधशालाओं में एक लाख पौधे तैयार किए जा रहे हैं।

    एक एकड़ भूमि में 120 पौधे रोपे जा सकेंगे। वर्तमान में विभाग एक पौधा 80 रुपये में दे रहा है। अधिकारियों का कहना है कि सागौन से अधिक लाभकारी महोगनी की लकड़ी है। 50 डिग्री सेल्सियस तापमान सहन करने की क्षमता वाली इस प्रजाति के पौधों को रोपा जाएगा। इसकी लकड़ी लंबे समय तक खराब नहीं होती। इस पर पानी का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।

    फर्नीचर बनाने के काम आती है लकड़ी

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    महाेगनी पेड़ की लकड़ी भारी होती है। आकर्षक लाल व भूरे रंग की लकड़ी में सड़ांध नहीं होती है। इस कारण से यह बेशकीमती होती है। इसका उपयोग फर्नीचर बनाने, कैबिनेटरी, फर्श, सजावट, वुडवर्किंग के साथ संरचनात्मक प्रोजेक्ट के निर्माण में किया जाता है।

    पोषक तत्वों से भरपूर अच्छी जलनिकासी वाली मिट्टी में पौधे शीघ्र विकसित होते हैं। किसानों को इस प्रजाति के पौधों की देखरेख भी कम करनी पड़ती है।

    यह है महोगनी नीम के पेड़ की खासियत

    महोगनी नीम के पौधे विकसित होने के बाद पर्णपाती होते हैं। पेड़ों की पत्तियां झड़ जाती हैं। यह चमकदार हरे रंग की पत्तियों से आच्छादित होते हैं। जो चिकने किनारों के साथ लंबी और अंडाकार होती है।

    इस पेड़ की खासियत है कि इसका तना एकदम सीधा होता है। पेड़ परिपक्व होने पर अधिक खांचेदार होते हैं। इसके फूल छोटे और सुगंधित होते हैं जो हरे, सफेद और हल्के पीले रंग होते हैं। इसके फल आयताकार होते हैं।

    प्रभागीय वनाधिकारी अमित सिंह ने बताया कि तीन पौधशालाओं में महोगनी नीम के एक लाख से अधिक पौधे तैयार किए गए हैं। इसका उत्पादन कर किसान अच्छी आमदनी कर सकते हैं। महोगनी के पौधे के रोपण के लिए कृषि विभाग के सहयोग से किसानों को प्रेरित किया जाएगा।