कड़े पहरे में बीएड की प्रवेश परीक्षा, 555 ने किया किनारा
सचल दल व मजिस्ट्रेट ने की निगरानी नहीं मिले नकलची

सुलतानपुर: बीएड की प्रवेश परीक्षा बुधवार को कड़े पहरे में 28 केंद्रों पर हुई। 10,950 में से 555 अभ्यर्थियों ने किनारा कर लिया। दिन भर सचल दल व मजिस्ट्रेट निगरानी करते रहे, लेकिन कोई नकलची नहीं मिला।
महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित परीक्षा के लिए जिले में 28 केंद्र बनाए गए थे। इसको लेकर सप्ताह भर से तैयारियां चल रही थीं। सुबह छह बजे ही राजकीय इंटर कालेज, गनपत सहाय महाविद्यालय, केशकुमारी राजकीय बालिका इंटर कालेज, राणा प्रताप महाविद्यालय, नोडल केंद्र कमला नेहरू भौतिक एवं सामाजिक विज्ञान संस्थान समेत सभी 28 केंद्रों पर दूर दराज से परीक्षार्थी पहुंच गए। महिला परीक्षार्थियों के साथ उनके अभिभावक भी आए थे।
पहली पाली नौ बजे से 12 बजे और दूसरी पाली में दो से पांच बजे तक परीक्षा हुई। जीआइसी प्रधानाचार्य शैलेष सिंह, केशकुमारी के प्रधानाचार्य अरविद पांडेय के नेतृत्व में गेट पर ही एक-एक परीक्षार्थियों की जांच हुई। इसके बाद भीतर जाने दिया गया। शांतिपूर्ण परीक्षा होने पर सभी ने राहत की सांस ली।
डीएम-एसपी ने लिया जायजा
जिलाधिकारी रवीश गुप्ता व पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा ने जीआइसी का निरीक्षण किया। कई कक्षों में जाकर जांच की। इसके अलावा बीएसए दीपिका चतुर्वेदी, प्रभारी डीआइओएस डा. आरजे मौर्य व नोडल समन्वयक प्रो. आलोक कुमार सिंह के नेतृत्व में सचल दल ने केंद्रों का निरीक्षण किया।
पांच बजे खुला कोषागार, निकाले गए प्रश्न पत्र
प्रभारी जिला विद्यालय निरीक्षक की निगरानी में सुबह पांच बजे ही कोषागार के डबल लाक से प्रश्न पत्र निकाले गए। इसके बाद मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस सुरक्षा में परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाए गए। रुहेलखंड विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि के तौर पर हिदू कालेज मुरादाबाद के डा. अरुण कुमार वर्मा ने भी सभी केंद्रों का जायजा लिया।
कड़ी सुरक्षा में भेजी गई ओएमआर शीट
परीक्षा के बाद ओएमआर शीट की एक कापी कोषागार में सुरक्षित की गई। दूसरी कापी विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि के साथ कड़ी सुरक्षा में भेज दी गई। यदि मूल्यांकन के बाद कोई समस्या आती है तो कोषागार में सुरक्षित कापी से मिलान किया जा सकता है।
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