व्यवस्था परिवर्तन बामसेफ का उद्देश्य : मेश्राम
सुलतानपुर : समाज में व्याप्त ऊंच-नीच की खाई को पाटकर व्यवस्था परिवर्तन करना ही बामसेफ का मूल उद्देश
सुलतानपुर : समाज में व्याप्त ऊंच-नीच की खाई को पाटकर व्यवस्था परिवर्तन करना ही बामसेफ का मूल उद्देश्य है। लोकतंत्र में सबको उनका हक-अधिकार दिलाना ही मकसद है। यह बातें बामसेफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वामन मेश्राम ने कही। वे मंगलवार को कूरेभार विकास खंड के बसौढ़ी गांव में आयोजित मंडलीय सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे थे।
कूरेभार के बसौढ़ी गांव में बामसेफ एवं भारत मुक्ति मोर्चा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित मंडलीय रैली में अपार भीड़ उमड़ी। उन्होंने कहाकि कुछ सामंतवादी विचारधारा के लोगों द्वारा भारत में लोकतंत्र की हत्या करने की कोशिश की जा रही है। भारत में कोई विरोधी दल नहीं है जो इसका विरोध कर सकें। उन्होंने कहाकि सिर्फ बामसेफ ही एक ऐसा संगठन जो दलितों, पिछड़ों एवं अल्पसंख्यकों के मूल अधिकार की लड़ाई लड़ रहा है। कहाकि बहुजन समाज की समस्याओं का लोकतांत्रिक व्यवस्था न होने की वजह से कोई भी समाधान नहीं हो रहा है। इसलिए सबको एकजुट होकर अपने अधिकार के लिए आवाज बुलंद करनी होगी। उन्होंने कहाकि डॉ.भीमराव अंबेडकर का 125वां जन्मोत्सव साल चल रहा है। भाजपा के द्वारा यह साल मनाया जा रहा है। जो अर्थात् भाजपा के लोग अंबेडकर जी के विचारधारा को सामंतवादी करके उनकी क्रांतिकारी विचारधारा को तथा उनके आंदोलन को खत्म करने का ही षडयंत्र कर रहे हैं। इसका पर्दाफाश होना जरूरी है। रैली को संबोधित करते करते हुए प्रो.एसपी कुटार ने मौजूद लोगों से एकजुट होने का आह्वान किया। साथ ही उच्च शिक्षा पर बल दिया। कहाकि बगैर उच्च शिक्षा के समाज का उत्थान होने वाला नहीं है। भीमप्रकाश, बामसेफ के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक भीम, डीएस कश्यप, विकास चौधरी, मायाशंकर कौशल, रामधारी दिनकर, गणेश भूज आदि ने संबोधित किया। सभी ने लोगों को एकजुटता का पाठ पढ़ाया। इस मौके पर सिद्धार्थ भीम, सियाराम, गौतम तीर्थराज, विनोद प्रजापति, रामराज प्रजापति, मो.आलम उर्फ शानू, अशोक गौतम, रमाशंकर भीम, डा.भीमरतन, सुभाष कुमार, सरोज बौद्ध, विश्वंभर कोरी, सुरेश यादव आदि सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
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