गुरु के सम्मान में झुके शीश..
सुलतानपुर : गुरु गो¨वद दोऊ खड़े काके लागूं पांय/बलिहारी गुरु आपनो गो¨वद दियो बताय.गुरु की महिमा का बख
सुलतानपुर : गुरु गो¨वद दोऊ खड़े काके लागूं पांय/बलिहारी गुरु आपनो गो¨वद दियो बताय.गुरु की महिमा का बखान करती ये पंक्तियां शुक्रवार को दोहराई गई। गुरुपूर्णिमा के अवसर पर सुबह से ही कार्यक्रमों का सिलसिला शुरू हो गया। कहीं यज्ञ तो कहीं रुद्राभिषेक तो कहीं शिक्षकों का सम्मान हुआ। साईं भक्तों ने गुरु पालकी निकाली।
सम्मानित किए गए शिक्षक, रोपे गए पौधे
अहिमाने स्थित महर्षि विद्यामंदिर में इस अवसर पर विश्व शांति के लिए रुद्राभिषेक एवं यज्ञ का आयोजन किया गया। प्राचार्य प्रमोद त्रिपाठी व सहायक निदेशक आनंद चौधरी की मौजूदगी में विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। प्राचार्य त्रिपाठी का सम्मान हुआ। पौधे रोपे गए। शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मियों ने कहाकि गुरु का स्थान इस चराचर जगत में सर्वोपरि है। उसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। समाज को वह दिशा देता है।
बाबा रामदेव के अनुयाइयों ने किया योग, की हवन
सिविल लाइन स्थित पंतजलि योग पीठ में बाबा रामदेव के अनुयाइयों ने हवन-पूजन किया। अवधेश योगी व धीरेंद्र योगी के संयोजन में योग प्राणायाम हुआ। तद्उपरांत संगोष्ठी हुई, जिसमें स्वामी रामदेव के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा हुई। सदर तहसील प्रभारी सुभाष श्रीवास्तव ने संगोष्ठी में कहाकि गुरु उस अग्नि के समान है जिसमें कोई भी वस्तु पड़ती है वह उसी का स्वरूप धारण कर लेती है। गुरु के पास भी विभिन्न परिवेश व समाज से जो भी व्यक्ति आते हैं गुरु उन्हें अपना प्रतिरूप बना लेते हैं। कार्यक्रम संचालन मंडल प्रभारी अरुण योगी ने किया। आरती ¨सह, एमपी शाही, सतीश श्रीवास्तव, चंद्रकांति तिवारी, ज्ञानेंद्र जायसवाल, स्नेहलता श्रीवास्तव, चंद्रभान यादव आदि मौजूद रहे।
साईं पालकी पर हुई पुष्पवर्षा
कटसारी स्थित साईं धाम से साईं बाबा की पालकी परंपरागत ढंग से निकली। हजारों महिलाओं एवं बच्चे यात्रा में शामिल हुए। नगर में श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा की और बाबा की आरती उतारी। सत्यनाथ मठ में भी विविध कार्यक्रम दिनभर चलते रहे। अघोरपीठाधीश्वर कपाली महाराज की देखरेख में भंडारे का आयोजन हुआ। संगोष्ठी में श्रद्धालुओं ने गुरु की महत्ता की बखान किया। कार्यक्रमों में नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि विजयभान ¨सह, मंगेश कनौजिया, रमाकांत पांडेय, राकेश रंजन आदि मौजूद रहे। आल्हा गायक फौजदार ¨सह ने अपने ओजपूर्ण अंदाज में विविध प्रस्तुति दी।
संघ स्वयं सेवकों ने किया गुरु का सम्मान
परंपरागत ढंग से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी गुरु पर्व मनाया। नगर एवं ग्रामीणांचल की शाखाओं पर स्वयंसेवकों का जमावड़ा हुआ। कादीपुर में आजाद शाखा, शिवाजी, झारखंड शाखाओं समेत अखंडनगर, दोस्तपुर, कादीपुर, मोतिगरपुर में भी कई स्थानों पर महोत्सव आयोजित किया गया।
सद्भावना सम्मेलन में गुरू का बखान
नगर के लक्ष्मणपुर स्थित हंस आश्रम में गुरुपूर्णिमा पर सछ्वावना सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें महात्मा राम अलबेलानंद ने कहा कि कर्णधार सद्गुरु दृढ़ नावा, दुर्लभ साज सुलभ करि पावा। यानी सद्गुरु इस संसार सागर से जीवात्मा को पार उतारने वाले कर्णधार के समान हैं और भगवतकृपा वह अनुकूल वायु है, जिसका सहयोग पाकर व्यक्ति भवसागर से पार जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि मानव जीवन पूर्णत्व का द्वार है। इसमें निहीत आत्मज्ञान का परिचय सद्गुरु के द्वारा ही किया जा सकता है। क्योंकि गुरु ही अज्ञानता रूपी अंधकार को दूर कर ज्ञान रूपी प्रकाश फैला सकता है। इसलिए गुरु की शरण में जाएं और आत्मज्ञानी बनें। इस मौके पर राजेश श्रीवास्तव, अमरजीत आदि मौजूद रहे।