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    Sonbhadra: स्मार्ट क्लास बनाने में वाराणसी अव्वल, सोनभद्र दूसरे स्थान पर; देखिए पूरी रिपोर्ट

    By Mayakant DeoEdited By: Swati Singh
    Updated: Sat, 09 Dec 2023 01:36 PM (IST)

    Varanasi News सरकार की मंशा है कि परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास तैयार कर बच्चों का भविष्य बेहतर बनाया जा रहा है। स्मार्ट क्लास बनाने में वाराणसी अव्वल है सोनभद्र दूसरे स्थान पर है जबकि बलिया फिसड्डी है। इंटीग्रेटेड स्कीम फॉर स्कूल एजुकेशन के तहत प्रदेशभर में परिषदीय प्राथमिक उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाएं बनाई जानी थी।

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    स्मार्ट क्लास बनाने में वाराणसी अव्वल, सोनभद्र दूसरे स्थान पर

    संवाद सहयोगी, सोनभद्र। सरकार की मंशा है कि परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास तैयार कर बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाए ताकि उनके शिक्षा की बुनियाद मजबूत हो सके। इस दिशा में विभाग ने कार्य भी शुरू किया लेकिन पूर्वांचल के 10 जिलों में से पांच जिले दहाई अंक तक नहीं पार कर सकते हैं।

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    स्मार्ट क्लास बनाने में वाराणसी अव्वल है, सोनभद्र दूसरे स्थान पर है जबकि बलिया फिसड्डी है। इंटीग्रेटेड स्कीम फॉर स्कूल एजुकेशन के तहत प्रदेशभर में परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाएं बनाई जानी थी।

    वाराणसी की स्थिति सबसे अच्छी

    निदेशालय स्तर पर विभाग ने नवंबर माह के प्रगति की समीक्षा की तो पूर्वांचल के 10 जिलों में सबसे अच्छी स्थिति वाराणसी और सबसे खराब स्थिति बलिया की रही। आंकड़ों पर नजर डालें तो वाराणसी में कुल 1153 परिषदीय विद्यालय हैं जिसमें से 315 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास स्थापित किया जा चुका है। इसी तरह दूसरे नंबर पर सोनभद्र है। यहां 2073 परिषदीय विद्यालयों में से 303 स्मार्ट क्लास बन चुके हैं।

    बलिया की है खराब स्थिति

    सबसे खराब स्थिति बलिया की मिली जहां 2247 विद्यालयों में सिर्फ नौ स्मार्ट क्लास बने हैं। ऐसे में समझा जा सकता है कि परिषदीय विद्यालयों में प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर विभाग किस हद तक गंभीर है।

    सोनभद्र में मोबाइल नेटवर्क की समस्या आ रही आड़े

    सोनांचल के परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास स्थापित करने की योजना मोबाइल नेटवर्क खराब होने के चलते प्रभावित हो रही है। भौगोलिक दृष्टि से पहाड़ी व दूरूह क्षेत्र होने के कारण तमाम ग्राम पंचायतों में अब भी किसी भी कंपनी का मोबाइल नेटवर्क नहीं है। विभाग का निपुण असेसमेंट का लक्ष्य भी इसी नाते प्रभावित हो रहा है। दिसंबर तक विद्यालयों को निपुण बनाने का विभागीय प्रयास मोबाइल नेटवर्क के चलते चुनौतीपूर्ण हो गया है।

    अधिकारी ने कही ये बात

    जनपद के परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास स्थापित कराने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। यहां 303 स्मार्ट क्लास तैयार हो चुके हैं जहां बच्चों को प्रोजेक्टर के जरिए शिक्षा दी जा रही है और उन्हें दक्ष बनाया जा रहा है। नवीन कुमार पाठक, बीएसए, सोनभद्र।

    एक नजर जिले वार स्मार्ट क्लास के आंकड़ों पर

    जनपद   -   विद्यालयों की संख्या - स्मार्ट क्लास की संख्या

    वाराणसी -         1153                -           315

    सोनभद्र  -        2073                 -           303

    मऊ       -        1212                 -           161

    गाजीपुर  -         2274                 -         134

    जौनपुर   -         2805                 -         104

    मीरजापुर -       1811                 -            67

    आजमगढ  -      2716                -            61

    भदोही     -        889                  -           55

    चंदौली      -      1188                 -            46

    बलिया      -       2247                  -          09