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    एक फरवरी से चलेगी त्रिवेणी एक्सप्रेस

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 24 Dec 2020 10:17 PM (IST)

    जासं अनपरा (सोनभद्र) ऊर्जांचल से चलने वाली त्रिवेणी एक्सप्रेस को चलाने की संस्तुति रेलवे बोर्ड ।

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    एक फरवरी से चलेगी त्रिवेणी एक्सप्रेस

    जासं अनपरा (सोनभद्र) : ऊर्जांचल से चलने वाली त्रिवेणी एक्सप्रेस को चलाने की संस्तुति रेलवे बोर्ड ने दी है। कोविड -19 महामारी के कारण इधर की सभी ट्रेनों का संचालन बंद है। एक फरवरी से त्रिवेणी एक्सप्रेस चलाने की सूचना पर लोगों में खुशी है। सिगरौली-शक्तिनगर रेलवे स्टेशन से टनकपुर तक वाया चोपन-प्रयागराज-लखनऊ होकर चलने वाली त्रिवेणी एक्सप्रेस के एक फरवरी से नियमित चलाने की स्वीकृति रेलवे बोर्ड नई दिल्ली द्वारा जारी कर दी गई है। इस आशय की जानकारी क्षेत्रीय रेल सलाहकार समिति समिति सदस्य उत्तर-मध्य रेलवे एसके गौतम ने चीफ पैसेंजर ट्रैफिक मैनेजर, पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर एमके सिंह से मिली जानकारी के आधार पर दी है। इस ट्रेन के साथ अन्य ट्रेनों के संचालन के लिए सांसद सोनभद्र पकौड़ी लाल कोल एवं राज्यसभा सदस्य रामसकल ने गौतम के अनुरोध पर रेलमंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर तथा चेयरमैन, सीईओ रेलवे बोर्ड विनोद कुमार यादव से मुलाकात कर मांग रखी है।

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    खड़िया परियोजना की भूमि पर अतिक्रमण

    जासं, शक्तिनगर (सोनभद्र): नार्दन कोलफील्ड लिमिटेड की खड़िया परियोजना द्वारा कोल बेयरिग एक्ट के तहत अधिग्रहित भूमि पर ग्राम सभाओं द्वारा कराए गए विधि विरुद्ध कार्यों से अतिक्रमण एवं अवैध कब्जा को बढ़ावा मिला है। इस संबंध में आरटीआइ के तहत मांगी गई सूचनाओं में आनाकानी करने पर आरटीआइ कार्यकर्ता हेमंत मिश्र ने एक जनहित याचिका केंद्रीय सूचना आयोग में पंजीकृत कराई है। गौरतलब हो कि आबाद ग्राम पंचायत खड़िया की संपूर्ण भूमि नार्दन कोलफील्ड खड़िया परियोजना द्वारा अधिग्रहित की गई है। इसमें ग्राम पंचायत द्वारा अधिग्रहित भूमि पर विधि विरुद्ध कार्य कराया गया है। पूर्व में उप जिला अधिकारी दुद्धी द्वारा परियोजनाओं की अधिग्रहित भूमि पर 25 ग्राम सभाओं की पंचायत निधि पर रोक लगाने संबंधी आदेश जारी किया गया था, जिसका अनुपालन अभी तक नहीं कराया गया है। इससे पंचायतों द्वारा लगातार परियोजनाओं की भूमि पर विधि विरुद्ध कार्य कराया जा रहा है।