लाडले को पालने में न होगी कमी, अब बिंदास ड्यूटी करेंगी वर्दी वाली मम्मी
सोनभद्र में पुलिसिंग को सुदृढ़ करने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए विशेष योजनाएं चलाई जा रही हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गश्त बढ़ाई गई है और संवेदनशील क्षेत्रों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। सामुदायिक पुलिसिंग पर भी जोर दिया जा रहा है।

सोनभद्र में पहली बार महिला पुलिसकर्मियों के लिए बनाया जाएगा क्रेच सेंटर।
मुकेश चंद्र श्रीवास्तव, जागरण, सोनभद्र। अक्सर ही देखा गया है कि महिला पुलिसकर्मी अपने बच्चों को लेकर ही ड्यूटी करती हैं। इस तरह के आए दिन वीडियो या फोटो वायरल भी होते रहते हैं। एकल परिवार होने के कारण घर में बच्चों को संभालने की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। इसके कारण कि महिलाएं अपने लाडले को आखिर किसके भरोसे घर पर छोड़कर ड्यूटी पर जाए।
तमाम ऐसी महिलाएं भी हैं जिनके पति भी नौकरी-पेशे वाले होते हैं। ऐसी में स्थिति में अगर कार्यालय में ही बच्चे को पालने की सुविधा मिल जाए तो वर्दी वाली मम्मी बिंदास ड्यूटी कर सकती हैं। यह व्यवस्था सोनभद्र में पहली बार होने जा रही है। राबर्ट्सगंज, ओबरा थाने के साथ ही पुलिस लाइन में भी क्रेच सेंटर खोलने की तैयारी है। इसमें बच्चों के लिए खिलौने और झूले की भी व्यवस्था होगी। मनोरंजन के साथ ही पढ़ाई की भी सुविधा रहेगी। यानी मम्मी तनावमुक्त होकर ड्यूटी करेंगी और उनके बच्चे यहां मस्त खेलेंगे।
क्रेच सेंटर (शिशु देखभाल केंद्र) यह एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें शिशुओं और छोटे बच्चों की दिन के समय देखभाल होती है। ताकि माता-पिता अपने काम पर जा सकें। ये केंद्र शिशुओं की सुरक्षा, शारीरिक विकास, और सामाजिक-भावनात्मक वृद्धि के लिए एक सुरक्षित और सहायक वातावरण प्रदान करेंगे। यहां प्रशिक्षित कर्मचारी भी रहेंगी जो बच्चों की देखभाल करेंगी।
इसमें भोजन, डायपर बदलना और बच्चों के आराम का भी ध्यान रखा जाएगा। साथ ही केंद्र में बच्चों के विकास के लिए शैक्षिक खिलौने, किताबें और खेल जैसी सहायक सामग्री प्रदान की जाएगी। ताकि बच्चों को आरामदायक और सुरक्षित वातावरण मिल सके, जो घर जैसा महसूस करेंगे। क्रेच सेंटर में सीसीटीवी कैमरे की भी व्यवस्था रहेगी, जिससे की माता-पिता को अपने बच्चों पर नजर रख सकेंगे।
यह भी देखा जाएगा कि केंद्र एक सुरक्षित और विश्वसनीय जगह हो और शिशु की बेहतर देखभाल हो सके। इसमें तैनात कर्मचारियों के पास प्राथमिक चिकित्सा की भी जानकारी रहेगी। ताकि किसी बच्चे को कोई परेशानी हो तो उसपर नियंत्रण पा सके। साथ ही वे तुरंत माता-पिता को भी सूचना देंगे। क्रेच सेंटर खुलने से माता-पिता यह जानकर निश्चिंत हो सकते हैं कि उनके बच्चे सुरक्षित और अच्छी देखभाल में हैं। महिला पुलिसकर्मी चिंता मुक्त होकर काम कर सकेंगी।
महिला पुलिसकर्मियों की सुविधा के लिए जिले में तीन क्रेच सेंटर खोलने की योजना बनाई गई है। इसमें पुलिस लाइन, साबर्ट्सगंज व ओबरा थाना को शामिल है। ताकि जिन महिला पुलिसकर्मियों के बच्चे हैं उनको घर पर किसी दूसरे के भरोसे छोड़कर आने की जरूरत नहीं पड़े। वैसे तो यह सेंटर महिला पुलिसकर्मियों के लिए बनेगा, लेकिन अन्य विभागों की महिला अधिकारी भी इस व्यवस्था का लाभ ले सकेंगी। हालांकि प्राथमिकता पुलिसकर्मियों की होगी।
- अभिषेक वर्मा, पुलिस अधीक्षक, सोनभद्र
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