सोनभद्र में गर्लफ्रेंड की ब्लैकमेलिंग से परेशान युवक ने लगाई फांसी
सोनभद्र में एक युवक ने गर्लफ्रेंड की ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक ब्लैकमेलिंग से काफ़ी तंग आ चुका था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है और ब्लैकमेलिंग के आरोपों की पड़ताल कर रही है।

शक्तिनगर (सोनभद्र)। मध्य प्रदेश के सिंगरौली जनपद के बैढ़न कोतवाली बलियरी क्षेत्र में शुक्रवार को 20 वर्षीय प्रेम कुमार शाह ने आत्महत्या कर ली। युवक ने अपनी गर्लफ्रेंड के पिता और भाई की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर यह कदम उठाया।
उसने एक सुसाइड पत्र भी छोड़ा है, जिसमें उसने लिखा है कि उसके मरने का कारण उसकी एक्स गर्लफ्रेंड सीमा और उसका बॉयफ्रेंड सुरेश हैं। सुसाइड नोट में प्रेम ने बताया कि सीमा के पिता और भाई उसे लगातार धमका रहे थे कि यदि उसने 5 लाख रुपए नहीं दिए, तो वे उसे दुष्कर्म केस में फंसा देंगे और जान से मार देंगे। सीमा इन पैसों के साथ सुरेश से शादी करना चाहती थी।
प्रेम शाह की आत्महत्या से उसके परिजन बेहद आक्रोशित हो गए। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कोतवाली थाने के सामने शव रखकर हंगामा किया। परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर और गिरफ्तारी की मांग की। उनका कहना था कि जिस तरह की कार्रवाई लड़कों के खिलाफ की जाती है, उसी तरह की कार्रवाई लड़की के खिलाफ भी होनी चाहिए।
पुलिस ने मामले की निष्पक्ष जांच और उचित कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इसके बाद परिजन माने और शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए। सिंगरौली के सीएसपी पीएस परस्ते ने कहा कि आत्महत्या से पहले युवक ने सुसाइड पत्र छोड़ा है, जिसमें उसने लिखा है कि उसकी महिला मित्र और उसके परिजन उसे लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। उन्होंने पीड़ित परिवार को भरोसा दिलाया है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। शव का अंतिम परीक्षण हो चुका है और सुसाइड नोट की राइटिंग एक्सपर्ट से जांच करवाई जाएगी।
यह घटना न केवल प्रेम कुमार शाह के परिवार के लिए एक बड़ा आघात है, बल्कि समाज में बढ़ती ब्लैकमेलिंग की प्रवृत्ति पर भी सवाल उठाती है। युवाओं को इस तरह की मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है, जो कि चिंताजनक है। ऐसे मामलों में उचित कानूनी कार्रवाई न होने पर युवाओं में निराशा और अवसाद की भावना बढ़ सकती है, जो अंततः आत्महत्या जैसे गंभीर कदम उठाने के लिए मजबूर कर सकती है।
इस घटना ने यह भी दर्शाया है कि समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान और सुरक्षा की आवश्यकता कितनी महत्वपूर्ण है। यदि किसी भी व्यक्ति को इस तरह की धमकियों का सामना करना पड़ता है, तो उसे तुरंत पुलिस या संबंधित अधिकारियों से संपर्क करना चाहिए। समाज को भी इस दिशा में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है, ताकि ऐसे मामलों में पीड़ितों को न्याय मिल सके और भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
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