सोनभद्र में SIR के तहत 10 लाख वोटरों में वितरित हुआ गणना फॉर्म, 1,515 बीएलओ की लगी ड्यूटी
सोनभद्र में विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत 10 लाख मतदाताओं को गणना फॉर्म वितरित किए गए। इस कार्य के लिए 1,515 बीएलओ की ड्यूटी लगाई गई है। उद्देश्य है कि कोई भी पात्र मतदाता सूची में शामिल होने से वंचित न रहे। बीएलओ घर-घर जाकर फॉर्म वितरित कर रहे हैं और मतदाताओं की मदद कर रहे हैं।

SIR के तहत 10 लाख वोटरों में वितरित हुआ गणना फॉर्म।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र। जिले में निर्वाचक नामावली का विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण अभियान कार्यक्रम चल रहा है। जिसके तहत तहत मतदाता सूची को अद्यतन करने का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। जिले के विभिन्न ब्लाकों और नगरीय क्षेत्रों में अब तक 10 लाख मतदाताओं में गणना पपत्र वितरित किए जा चुके हैं।
जनपद में कुल 14 लाख मतदाता पंजीकृत हैं, जिनमें नए मतदाताओं के नाम जोड़ने, मृतकों या स्थानांतरित व्यक्तियों के नाम हटाने, तथा गलत प्रविष्टियों को सुधारने की प्रक्रिया चल रही है। इस कार्य के लिए 1515 बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) की नियुक्ति की गई है।
प्रत्येक बीएलओ अपने निर्धारित मतदान केंद्रों पर घर-घर जाकर मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं ताकि कोई पात्र व्यक्ति मतदान सूची से वंचित न रह जाए।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि एसआआर अभियान लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में अहम कदम है। अभियान के तहत नए मतदाताओं को जोड़ने की अंतिम तिथि 9 दिसंबर तय की गई है।
अधिकारियों ने आम जनता से अपील की है कि वह अपने नाम, पता, फोटो और अन्य विवरण को सत्यापित करें तथा यदि कोई त्रुटि हो तो समय रहते सुधार करवाएं। इस अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आगामी चुनाव में हर पात्र नागरिक अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके।
गणना पत्रक वितरण का कार्य तेजी से चल रहा है। चार से 13 नवंबर तक यह प्रक्रिया चलेगी। इस दौरान जपद के 14 लाख पांच हजार 78 मतदाताओं तक इसको पहुंचाया जाएगा। सबसे अधिक बीएलओ घोरावल विधानसभा क्षेत्र में लगाए गए हैं। -जगरूप पटेल, सहायक निर्वाचन अधिकारी।
इन पपत्रों का भी कर सकेंगे प्रयाेग
- केंद्र या राज्य सरकार से संबंधित दस्तावेज।
- वन अधिकार प्रमाण पत्र।
- सरकारी कोई भी प्रमाण पत्र।
- मान्यता प्राप्त बोर्ड या विश्वविद्यालय का दस्तावेज।
- सक्षम राज्य प्रधिकारी द्वारा जारी स्थायी निवास प्रमाण पत्र।
- जारी किया गया ओबीसी,एससी व एसटी या जाति प्रमाण पत्र।
- राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर।
- राज्य या स्थानीय निकाय द्वारा जारी किया गया परिवार रजिस्टर।
- सरकार द्वारा जारी भूमि या मकान रजिस्टर प्रमाण पत्र।

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