सोनांचल में तीन क्रेच सेंटर बनकर तैयार, महिला पुलिसकर्मियों की आसान होगी ड्यूटी
सोनभद्र में महिला पुलिसकर्मियों के बच्चों के लिए तीन क्रेच सेंटर खोले गए हैं। पुलिस लाइन, रिजर्व पुलिस लाइन और महिला थाने में बने इन सेंटरों से महिला पुलिसकर्मियों को ड्यूटी करने में आसानी होगी। बच्चों की देखभाल के लिए प्रशिक्षित कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं, जो उन्हें पौष्टिक भोजन और शिक्षा देंगे। इससे महिला पुलिसकर्मी बिना चिंता के काम कर सकेंगी।

ह सेंटर राबर्ट्सगंज पुलिस लाइन के साथ ही ओबरा व पिपरी थाने में बनाया गया है।
मुकेश चंद्र श्रीवास्तव, सोनभद्र। सोनांचल में अब महिला पुलिसकर्मियों को ड्यूटी करना आसान हो जाएगा। अब उन्हें अपने बच्चों को घर पर छोड़कर आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। न ही बच्चों की चिंता करनी होगी। अब उनके लाडलों की पुलिस आफिस में ही देखभाल हो सकेगी। वे दिन में भी जाकर अपने लाडलों को दुलार सकेंगी। इसके लिए जिले में तीन क्रेच सेंटर बनकर तैयार हो गया है। यह सेंटर राबर्ट्सगंज पुलिस लाइन के साथ ही ओबरा व पिपरी थाने में बनाया गया है।
अक्सर ही देखा गया है कि महिला पुलिसकर्मी अपने बच्चों को लेकर ही ड्यूटी करती हैं। इस तरह के आए दिन वीडियो या फोटो वायरल भी होते रहते हैं। एकल परिवार होने के कारण घर में बच्चों को संभालने की व्यवस्था नहीं हो पा रही है।
इसके कारण कि महिलाएं अपने लाडले को आखिर किसके भरोसे घर पर छोड़कर ड्यूटी पर जाए। इसी को ध्यान में रखकर पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के निर्देशन में जिले में तीन क्रेच सेंटर बनकर तैयार हो गया है। अब वर्दी वाली मम्मी बिंदास ड्यूटी कर सकेंगी। हालांकि अभी इसका विधिवत उद्घाटन होना बाकी है।
मिशन शक्ति की नोडल अधिकारी व क्षेत्राधिकारी यातायात डा. चारू द्विवेदी ने बताया कि क्रेच सेंटर में बच्चों के लिए खिलौने और झूले की भी व्यवस्था की गई है। मनोरंजन के साथ ही पढ़ाई की भी सुविधा रहेगी। बड़ी एलईडी भी लगाई गई है, जिसमें यानी मम्मी तनावमुक्त होकर ड्यूटी करेंगी और उनके बच्चे यहां मस्त खेलेंगे।
क्रेच सेंटर (शिशु देखभाल केंद्र) यह एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें शिशुओं और छोटे बच्चों की दिन के समय देखभाल होती है। ताकि माता-पिता अपने काम पर जा सकें। ये केंद्र शिशुओं की सुरक्षा, शारीरिक विकास, और सामाजिक-भावनात्मक वृद्धि के लिए एक सुरक्षित और सहायक वातावरण प्रदान करेंगे। यहां प्रशिक्षित कर्मचारी भी रहेंगी जो बच्चों की देखभाल करेंगी।
इसमें भोजन, डायपर बदलना और बच्चों के आराम का भी ध्यान रखा जाएगा। साथ ही केंद्र में बच्चों के विकास के लिए शैक्षिक खिलौने, किताबें और खेल जैसी सहायक सामग्री प्रदान की जाएगी। ताकि बच्चों को आरामदायक और सुरक्षित वातावरण मिल सके, जो घर जैसा महसूस करेंगे। क्रेच सेंटर में सीसीटीवी कैमरे की भी व्यवस्था रहेगी, जिससे की माता-पिता को अपने बच्चों पर नजर रख सकेंगे।
यह भी देखा जाएगा कि केंद्र एक सुरक्षित और विश्वसनीय जगह हो और शिशु की बेहतर देखभाल हो सके। इसमें तैनात कर्मचारियों के पास प्राथमिक चिकित्सा की भी जानकारी रहेगी। ताकि किसी बच्चे को कोई परेशानी हो तो उसपर नियंत्रण पा सके। साथ ही वे तुरंत माता-पिता को भी सूचना देंगे। क्रेच सेंटर खुलने से माता-पिता यह जानकर निश्चिंत हो सकते हैं कि उनके बच्चे सुरक्षित और अच्छी देखभाल में हैं। महिला पुलिसकर्मी चिंता मुक्त होकर काम कर सकेंगी।

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