सोनभद्र के गिधिया गांव में एक ही दिन में भाई-बहन की मौत से परिवार में पसरा मातम
सोनभद्र के गिधिया गांव में एक ही दिन सगे भाई-बहन की मौत से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। विकास कुशवाहा के तीन माह के बेटे और चार वर्षीय बेटी की ...और पढ़ें

गांव में मातम पसरा हुआ है और परिवार में गहरा शोक है।
जागरण संवाददाता, कोन (सोनभद्र)। कोन क्षेत्र के गिधिया गांव में एक ही दिन सगे भाई-बहन की मौत से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। मंगलवार की सुबह विकास कुशवाहा के तीन माह के नवजात बेटे अंशु की उल्टी करने की शिकायत पर परिजन उसे लेकर कोन स्थित एक निजी चिकित्सालय पहुंचे।
अस्पताल में डाक्टर ने बच्चे को देखते ही मृत घोषित कर दिया। परिजन बच्चे के शव को लेकर घर लौटे ही थे कि विकास की चार वर्षीय पुत्री अनन्या भी उल्टी करने लगी। वहीं गांव में दो बच्चाें के मौत की घटना के बाद से ही मातम पसरा हुआ है।
घर के अन्य सदस्य छोटे पुत्र का अंतिम संस्कार करने लगे, जबकि कुछ लोग अनन्या को लेकर जिला मुख्यालय स्थित एक प्रतिष्ठित निजी अस्पताल पहुंचे। वहां भी डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह घटना विकास कुशवाहा के लिए अत्यंत दुखदायी रही, क्योंकि उनके पास केवल दो संतानें थीं और दोनों एक ही दिन काल के गाल में समा गए।
ग्रामीणों ने इस घटना के पीछे अत्यधिक ठंड को जिम्मेदार ठहराया है। उनका मानना है कि ठंड के कारण बच्चों की तबियत बिगड़ गई, जिससे उनकी मृत्यु हुई। इस घटना ने गांव में सभी को हिला कर रख दिया है और लोग इस पर चर्चा कर रहे हैं।
विकास कुशवाहा के परिवार में इस समय गहरा शोक है। गांव के लोग उनके साथ संवेदना व्यक्त कर रहे हैं और इस दुखद घटना के प्रति अपनी सहानुभूति प्रकट कर रहे हैं। बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाएं न हों। गिधिया गांव में इस घटना को लेकर तरह तरह की चर्चा का माहौल है। गिधिया गांव में एक ही दिन भाई-बहन की मृत्यु ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।