सोनभद्र में भारी बरसात से नदियां बौर बांध उफान पर, घरों में घुसा पानी, 32 कच्चे मकान गिरे
सोनभद्र में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई नदियाँ उफान पर हैं और निचले इलाकों में पानी भर गया है। रामपुर गांव में घाघर नदी ने तबाही मचाई जिससे कई मकान ढह गए। प्रशासन राहत कार्य में जुटा है और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, सोनभद्र। सोनांचल में पिछले 24 घंटे में तेज तो कभी रिमझिम बरसात से ताल-तलैया, बांध व नदिया उफान पर हैं। जिले में पिछले 24 घंटे में औसत 51 मिमी बरसात रिकार्ड की गई। राबर्ट्सगंज के नई बस्ती में भी एक कच्चा मकान धराशायी हो गया है। उधर नगवां ब्लाक के रामपुर गांव व वैनी क्षेत्र के कई गांवों में पानी घुस गया है।
इससे लगभग तीस कच्चे मकान गिर गए। इसमें लगभग तीस मवेशी बह गए। रामपुर गांव में प्रशासनिक अमला पहुंच कर राहत कार्य में जुट गया है। बरसात से कई रास्ते बंद हो गए हैं। ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। दलहनी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।
सोनांचल में बरसात से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राबर्ट्सगंज के नई बस्ती में कई गलियों में जलभराव के कारण आवागमन बाधित हो गया है। इसी बीच एक पुराना मकान गिर गया। हालांकि इस घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है, लेकिन मकान के मलबे और जलभराव से लोग परेशान हो गए हैं। स्थानीय लोगो ने जिला प्रशासन से तुरंत राहत कार्य व जलनिकासी व्यवस्था सुधारने की मांग कर रहे हैं।
नगवा ब्लाक के रामपुर गांव में तबाही, 30 कच्चे मकान धराशायी, घाघर नदी के पानी से घिरा गांव
रामगढ़ : नगवा ब्लाक के सोमा गांव से निकली घाघर नदी ने बीते शुक्रवार को जमकर तबाही मचाई। घाघर नदी रामपुर गांव के बीच से होकर गई है उत्तर व दक्षिण दोनों दिशा में बसे दर्जनों कच्चे मकान को क्षतिग्रस्त कर दिया। स्थिति यह है कि अभी भी घरों में बाढ़ का पानी लगा हुआ है जिससे उनके गिरने की आशंका भी बनी हुई है। रामपुर गांव के दीपक, विद्यावती, नंदकिशोर पठारी, भुनेश्वर गोड़ समेत लगभग 40 लोगों के मकान बाढ़ के पानी से क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
ग्रामीणों की माने तो कम से कम 30 मकान गिर गए हैं। बताया गया कि रामचंद्र कुशवाहा की पूरी गृहस्थी बाढ़ के पानी में बह गया। उनका कुछ भी नहीं बचा, सिर्फ एक गमछा और शर्ट बचा है। शुक्रवार शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक हुई मूसलाधार बारिश ने नदी में पानी के बढ़ने का जो क्रम शुरू किया रामपुर गांव में अफतफरी मच गई। लोग आवश्यक सामग्री को लेकर सुरक्षित स्थान की तरफ जाने लगे। सूचना पर रात में ही पन्नूगंज प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र कुमार , क्षेत्राधिकारी सदर जय सोनकर, मजिस्ट्रेट, नायब तहसीलदार समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
सूचना पर शनिवार को सुबह एडीएम राजस्व एवं वित्त वागीश मिश्रा, तहसीलदार पवित कुमार, स्वास्थ्य विभाग कर्मचारी समेत राजस्व विभाग के अन्य अधिकारी, ब्लॉक प्रमुख नगवा आलोक कुमार सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक मिश्रा समेत अन्य लोग मौके पर पहुंचे। आपदा ग्रस्त ग्रामीणों को प्राथमिक विद्यालय रामपुर में रहने की तात्कालिक व्यवस्था की गई और उनके स्वास्थ्य का परीक्षण करके आवश्यक दवाई भी वितरित की गई है। वहीं उनके खाने-पीने का प्रबंध जिला प्रशासन और नगवा ब्लॉक प्रमुख की ओर से कराया गया है।
उधर दरमा गांव (गड़ई बस्ती)निवासी राम दिहल धांगर का घर नदी से आई बाढ़ की चपेट में धराशाई हो गया। घर गिरने से लड़का बहू नाती पास ही के विद्यालय में शरण लिए और तत्काल ग्राम प्रधान बुद्धि नारायण धांगर को सूचना दिए। थोड़ी ही दूर पर पटना गांव निवासी रामकिशुन पाल दरमा गांव में अब अपने पाही पर रहते हैं। उनकी 14 भेड़ें बाढ़ के पानी में बह गई।
घाघर नदी का उफान इतना था कि पटना पुल के ऊपर से लगभग दो फीट पानी शुक्रवार की रात चल रहा था। इस दौरान आवागमन पूरी तरह बंद था। बाढ़ के पानी से पटना गांव निवासी बुड़ुक बिंद की चार गाय पानी में बह गईं। वहीं सुरेंद्र पासवान की दो गाय जो खूंटें से बंधी मर गईं। पटना -सोढ़ा ग्राम पंचायत के बार्डर पर राम मूरत पाल का कच्चा मकान वहीं इंद्रावती धांगर धांगर का कच्चा मकान क्षतिग्रस्त हो गया है।
नाऊ टोला बस्ती में ओबी के मलबा की चपेट में आएं तीन दर्जन घर
शक्तिनगर : ग्राम पंचायत खड़िया के नाउ टोला बस्ती में कोल खदान का पानी ओबी (ओवर बर्डेन) की मिट्टी के साथ बहकर आने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। शुक्रवार को हुई बारिश का पानी व ओबी पहाड़ का मलवा बस्ती की गली व घरों में प्रवेश कर गया। गांव के रामेश्वर प्रसाद वर्मा, सुनील वर्मा के मिट्टी का मकान गिर गया है वहीं लगभग तीन दर्जन से अधिक घरों में ओबी का मलवा बहकर चारों ओर फैल गया है।
हाथीनाला : बारिश होने के चलते नौवटलिया कोटा निवासी नंदू केवट पुत्र सुखई केवट का कच्चे के मकान का तीन कमरा शनिवार को भोर लगभग तीन बजे भरभरा कर गिर गया। कोई जान माल का नुकसान नहीं हुआ। गोविंदपुर : मयोरपुर विकास खंड क्षेत्र के ग्रामीण अंचलो मे गुरुवार शाम से हो रही लगातार वर्षा से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। श्रमिक काम पर नहीं जा पा रहे। वही खपरैल मकान बंदरों के उछल कूद के कारण चलनी की तरह टपक रहे हैं। दुद्धी :दुद्धी तहसील के कनहर अमवार बांध लगातार चारों तरफ बारिश होने के कारण तथा छत्तीसगढ़ में अधिक बरसात होने पर वाटर लेवल 260 पहुंच गया। बरसात से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
वैनी क्षेत्र के कई लोगों के घरों में घुसा पानी
वैनी :मूसलधार पानी से नगवां ब्लाक के क्षेत्र में बाढ़ का कहर दिखाई दे रहा है। कई घरों में पानी दो-दो फीट तक घुस गया है। लोग रात से ही घरों के बाहर सुरक्षित जगहों पर रहने को मजबूर हैं। दुबेपुर में जगदीश, श्रीनिवास, मोहन,राजू ,भजन, इंद्रजीत, सहित दर्जनों लोगों के घरों में पानी पूरी तरह भर गया है। इसी तरह वैनी, दुबेपुर,तेलियागंज, झरना, बरहुआ दुबेपर,सोहदवल सहित खलियारी निवासी दिनेश गुप्ताके कच्चे मकान ढह गए हैं। विद्युत सबस्टेशन दुबेपुर परिसर में भी पानी दो फुट तक जमा हो गया है। इस बरसात से अगैती धान की फसल को भारी नुकसान हुआ है। बिजली न रहने से सबके मोबाइल बंद पड़े हैं। पानी आपूर्ति बंद है जिससे पानी के लिए लोग इधर-उधर भटक रहे हैं।
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जनपद में दो दिनों से हो बारिश से फसलें प्रभावित होने की संभावना है। जनपद में दलहनी, तिलहनी के साथ ही सावां की फसल तैयार है जो बारिश से प्रभावित होंगी। प्रभावित फसलों का कृषि, राजस्व और फसल बीमा कंपनी के कर्मचारियों से सर्वे कराया जाएगा। सर्वे के बाद फसल बीमा के माध्यम से प्रभावित किसानों को मुआवजा दिलाया जाएगा। - जय प्रकाश, उप कृषि निदेशक, सोनभद्र।
24 घंटे में तहसीलवार हुई बरसात
रॉबर्ट्सगंज 60 मिमी
दुद्धी 20 मिमी
घोरावल 85 मिमी
ओबरा 39 मिमी
योग - 204 मिमी
कुल औसत- 51 मिमी
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