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    सोनभद्र हादसे में पार्टनर के नाम तो म‍िल गए, अज्ञात में दर्ज मेसर्स श्रीकृष्‍णा माइन‍िंग वर्क्‍स के असली माल‍िक की तलाश जारी

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Sun, 16 Nov 2025 01:41 PM (IST)

    सोनभद्र में हुए हादसे के बाद मेसर्स श्रीकृष्‍णा माइन‍िंग वर्क्‍स के पार्टनरों के नाम तो पता चल गए हैं, पर अज्ञात मालिक की खोज अभी भी जारी है। पुलिस गहराई से जांच कर रही है ताकि हादसे की असली वजह और जिम्मेदार लोगों का पता लगाया जा सके और पीड़ितों को न्याय मिल सके।

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    कृष्णा माइनिंग वर्क्स के माल‍िक का नाम तहरीर में अज्ञात में दर्ज क‍िया गया है। 

    जागरण संवाददाता, सोनभद्र। ज‍िले में ब‍िल्‍ली मारकुंडी घाटी में हुए हादसे के बाद प्रदेश भर में प्रकरण चर्चा में आ गया है। 15 लोगों के अनुमान‍ित मौत की जानकारी सामने आने के बाद शासन प्रशासन में हड़कंप की स्‍थ‍ित‍ि है। आनन फानन पुल‍िस ने मुकदमा तो दर्ज कर ल‍िया लेक‍िन पार्टनर के ही नाम सामने आए हैं। जबकि‍ कृष्णा माइनिंग वर्क्स के माल‍िक का नाम अज्ञात में दर्ज क‍िया गया है। 

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    हादसे के बाद पुल‍िस ने आरोप‍ितों को चि‍न्‍हित करने के साथ ही कार्रवाई शुरू करने का दावा कि‍या है। इस बाबत एफआइआर के साथ ही व‍िज्ञप्‍त‍ि जारी कर पूरे मामले पर अपना पक्ष भी रखा है। बताया है क‍ि शन‍िवार को लगभग 16.30 बजे थाना ओबरा को सूचना मिली कि बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र, रासपहाड़ी स्थित कृष्णा माइनिंग वर्क्स के खदान में पहाड़ी का एक भाग दरकने से कई मजदूर पत्थर और मलबे के नीचे दब गए हैं।

    सूचना मिलते ही जिलाधिकारी सोनभद्र, पुलिस अधीक्षक सोनभद्र, अपर पुलिस अधीक्षक, एसडीएम ओबरा और सीओ ओबरा तुरंत घटना स्थल पर पहुंचे। थाना ओबरा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तुरंत रेस्क्यू कार्य प्रारंभ किया।

    कुछ ही समय बाद एडीजी, आयुक्त विन्ध्याचल मण्डल और आईजी महोदय भी घटनास्थल पर पहुंचे और वहां का निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों से घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी प्राप्त की और तेजी से बचाव एवं राहत कार्य संचालित करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए।

    रात में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी घटनास्थल पर पहुंच गईं। वर्तमान में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जनपद पुलिस की टीमें लगातार रेस्क्यू अभियान चला रही हैं, जिसमें मलबा हटाने और दबे मजदूरों को बाहर निकालने का कार्य किया जा रहा है। रेस्क्यू अभियान के दौरान अब तक एक मजदूर के शव को बरामद किया जा चुका है।

    इस संबंध में थाना ओबरा पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया है। प्रकरण में दोषी व्यक्तियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गई है और जांच एवं विवेचना जारी है। अग्रेतर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है।

    इस घटना ने क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है और स्थानीय प्रशासन ने बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए सभी आवश्यक संसाधनों को जुटा लिया है। इस प्रकार की घटनाएं खनन क्षेत्र में सुरक्षा के प्रति गंभीर सवाल उठाती हैं। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि इस मामले की गहन जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

    पीड़‍ित पक्ष ने दी तहरीर

    एफआइआर में प्रार्थी छोटू यादव की ओर से दी गई तहरीर में ल‍िखा है क‍ि वह सोनभद्र का निवासी है। मेसर्स श्री कृष्णा माइ‌निंग वर्क्स ग्राम सभा बिल्ली ओबरा में खनन का काम काफी दिनों से कर रहे थे। इसी खदान में अन्य मजदूरों के साथ भाई इन्द्रजित यादव व सन्तोष यादव खनन का काम कर रहे थे। दोपहर में खनन के दौरान कम्प्रेसर चला रहे थे कि उसी समय खदान का एक बढ़ा भाग गिर गया।

    खदान मालिक में. श्री कृष्णा माइनिंग वर्क्स व इनके पार्टनर मधुसूदन सिंह व दिलीप केशरी आदि द्वारा खनन के आदेशों व मानकों का पालन नहीं किया गया तथा सुरक्षा का कोई प्रबन्ध न होने जैसी लापरवाही की गई। जिसके कारण इन्द्रजित व सन्तोष यादव की खदान में दब कर मौत हो गई।

    शव अभी खदान से नकल नहीं पाया है, सम्भव है, कि अन्य मजदूर भी खदान में दबे हुए हैं, जिन्हे बाहर निकाला जाना आवश्यक है, अतः महोदय से अनुरोध है, कि इस घटना में लापारवाही में जिनकी भी भूमिका हो के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही करने की कृपा करें।