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    सोनभद्र में दबंग सहज सेवा केंद्र संचालक ने महिला और पति को पीटा, वीडियो वायरल

    By Abhishek sharmaEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Sat, 22 Nov 2025 03:06 PM (IST)

    सोनभद्र में एक सहज सेवा केंद्र (CSC) संचालक ने एक महिला और उसके पति को पीटा। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। आरोपी संचालक की दबंगई के कारण इलाके में पहले भी कई विवाद हो चुके हैं। पुलिस ने वीडियो को संज्ञान में लेकर जांच शुरू कर दी है।

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    विजय कुमार की पत्नी ममिता ने अपने पति को पि‍टते हुए देखा और बीच-बचाव करने आईं। 

    जागरण संवाददाता (वैनी) सोनभद्र। सोनभद्र के रायपुर थाना क्षेत्र के गोटी बांध गांव में एक दबंग सहज सेवा केंद्र संचालक द्वारा महिला और उसके पति को मारने-पीटने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। यह घटना सरकार की महिला सुरक्षा पर बड़ा सवाल उठाती है।

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    जानकारी के अनुसार, गोटी बांध के झड़पी में एक व्यक्ति सहज सेवा केंद्र चलाता है, जो ग्राम पंचायत के कार्यों का भी संचालन करता है। इसी गांव के निवासी विजय कुमार अपने जॉब कार्ड के लिए केंद्र पर गए थे। लेकिन सहज सेवा केंद्र संचालक ने जॉब कार्ड देने से मना कर दिया। इसके बाद विजय कुमार ने ग्राम प्रधान को साथ लेकर पुनः केंद्र का रुख किया। जैसे ही प्रधान के साथ पहुंचे, केंद्र संचालक भड़क गया और विजय कुमार को मारने-पीटने लगा।

    इस दौरान, विजय कुमार की पत्नी ममिता ने अपने पति को पि‍टते हुए देखा और बीच-बचाव करने आईं। लेकिन दबंग संचालक ने अपने भाई और पिता के साथ मिलकर दोनों पति-पत्नी को बुरी तरह से पीटा। इस घटना के दौरान वहां मौजूद कुछ लोगों ने इसका वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

    पीड़ित विजय कुमार ने स्थानीय पुलिस चौकी सरई गढ़ में प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन उनकी शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। विजय कुमार का कहना है कि यदि पुलिस प्रशासन विपक्षियों पर दलित उत्पीड़न सहित उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज नहीं करती है, तो उन्हें न्याय नहीं मिलेगा। ऐसे में वे मजबूर होकर कोर्ट की शरण में जाने के लिए तैयार हैं, जिसकी पूरी जिम्मेदारी स्थानीय पुलिस प्रशासन की होगी।

    इस घटना ने न केवल स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं, बल्कि यह भी दर्शाता है कि समाज में अभी भी उत्पीड़नात्‍मक घटनाएं जारी हैं। ऐसे में सरकार और प्रशासन को इस मामले में सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।