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    सोनभद्र बना निवेशकों की पहली पसंद, 206008 करोड़ के एमओयू से औद्योगिक विकास को मिली रफ्तार

    By MUKESH CHANDRA SRIVASTAVAEdited By: Abhishek sharma
    Updated: Sun, 21 Dec 2025 12:40 PM (IST)

    सोनभद्र निवेशकों के लिए पहली पसंद बनकर उभरा है। यहां 206008 करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए गए हैं, जिससे जिले के औद्योगिक विकास को गति मिलेगी। यह निवेश ...और पढ़ें

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    देश-विदेश के निवेशकों का भरोसा लगातार जनपद में बढ़ रहा है।

    जागरण संवाददाता, सोनभद्र। प्रदेश के सोनभद्र जनपद में औद्योगिक विकास में नई गति पकड़ी है। सरकार के एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में जनपद सोनभद्र उल्लेखनीय योगदान दे रहा है। बीते कुछ वर्षों में जिले में ऐसा औद्योगिक वातावरण तैयार हुआ है, जिससे देश-विदेश के निवेशकों का भरोसा लगातार जनपद में बढ़ रहा है।

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    जिले में अब तक 85 निवेशकों द्वारा 206008 करोड़ रुपये के निवेश के लिए एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। इन निवेशकों में गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना जैसे प्रमुख औद्योगिक राज्यों के निवेशक भी शामिल हैं। यह सोनभद्र की बढ़ती औद्योगिक साख और बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था का स्पष्ट संकेत है।

    इन निवेश प्रस्तावों का असर अब धरातल पर भी साफ नजर आने लगा है। 54 औद्योगिक इकाइयों ने ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) में भाग लिया, जबकि 38 इकाइयों ने अपना वाणिज्यिक उत्पादन शुरू कर दिया है। इन इकाइयों में कुल 5285 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है, जिससे जिले में हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं।

    जिलाधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि निवेशकों को सुविधाजनक माहौल उपलब्ध कराने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम को प्रभावी ढंग से लागू किया गया है। इससे एनओसी, अनुमतियों और प्रोत्साहनों की प्रक्रिया सरल, पारदर्शी और समयबद्ध हुई है। यह व्यवस्था निवेश के लिए “बूस्टर” की तरह काम कर रही है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि औद्योगिक आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के निरंतर प्रयासों से जिले में निवेश की अपार संभावनाएं सामने आई हैं।

    निवेश मित्र पर जिले का बेहतर प्रदर्शन

    जनपद सोनभद्र निवेशकों को एनओसी प्रदान करने में तत्परता से कार्य कर रहा है, निवेशकों को निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत एनओसी की सुविधा प्रदान करने में जनपद सोनभद्र को प्रदेश में 12वाॅ स्थान प्राप्त हुआ है।

    तेजी से विकसित हो रहा औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर

    जिले में औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर का तेजी से विकास किया जा रहा है। इससे बड़े और दीर्घकालिक निवेश आकर्षित होने की संभावनाएं और मजबूत हुई हैं।

    ऊर्जा और भंडारण क्षेत्र में बड़े प्रोजेक्ट

    जनपद सोनभद्र में ग्रीन ऊर्जा के माध्यम से विद्युत उत्पादन में अनेकों प्लांट जनपद में निवेश कर रहे हैं, जिसमें ग्रीनको ग्रुप 17181 करोड़, टोरेन्ट पावर 13200 करोड़, टोरेन्ट पावर 9600 करोड़, जेएसडब्ल्यू 8000 करोड, अदानी ग्रुप 7464 करोड़ और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में एम0 प्लस तुमभद्रा द्वारा 200 करोड़ का निवेश किया जा रहा है तथा सरकारी क्षेत्र की कम्पनी एन0टी0पी0सी0 के माध्यम से शक्तिनगर स्टेज-3 में 14400 करोड़, ओबरा सी में 13005 करोड़, ओबरा डी में 17985 करोड़, अनपरा ई में 18625 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है।

    उत्पादन में संचालित प्रमुख इकाइयां ओबरा सी 13005 करोड़, काशी विश्वनाथ डेयर 45 करोड़, वैल्यू ब्रोइंग कम्पनी 48 करोड़, अनन्या फूडकिंग 25 करोड़, ज्योति राईस मिल 5 करोड़ है, इस प्रकार कुल 38 कम्पनियों में 3563 लोगों को रोजगार मिला है।

    निर्माणाधीन प्रमुख इकाइयां

    ग्रीनको ग्रुप 17181 करोड़, टोरेन्ट पावर 13200 करोड़, टोरेन्ट पावर 9600 करोड़, जेएसडब्ल्यू 8000 करोड, अदानी ग्रुप 7464 करोड़ और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में एम प्लस तुमभद्रा द्वारा 200 करोड़ एनटीपीसी शक्तिनगर स्टेज-3 में 14400 करोड़, ओबरा डी में 17985 करोड़, अनपरा ई में 18625 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है। जिला प्रशासन का मानना है कि इन्वेस्ट यूपी की सुदृढ़ और पारदर्शी प्रणाली के कारण जनपद सोनभद्र निवेशकों की पहली पसंद बनता जा रहा है।

    आने वाले समय में यह जिला उत्तर प्रदेश के औद्योगिक मानचित्र पर एक मजबूत ऊर्जा एवं कृषि के क्षेत्र में स्थापित रहेगा। जनपद सोनभद्र को जीबीसी-5 के माध्यम से 20 हजार करोड़ का लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जिसमें जिलाधिकारी के निर्देशन में समस्त विभागों से समन्यव स्थापित कर इस लक्ष्य को प्राप्त करने में कार्य किया जा रहा है।