निजी विद्यालयों को मात दे रहा प्रावि तरिया बेल्ट
जागरण संवाददाता सोनभद्र कभी अति नक्सल प्रभावित रहे चोपन ब्लाक के कन्हौरा गांव में अब बच्चों क

जागरण संवाददाता, सोनभद्र: कभी अति नक्सल प्रभावित रहे चोपन ब्लाक के कन्हौरा गांव में अब बच्चों को माडर्न तरीके से शिक्षा मिल रही है। गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय तरिया बेल्ट के बच्चे अब टाई बेल्ट लगाकर विद्यालय जाते हैं। यहां की प्रभारी प्रधानाध्यापिका अंजली ने बच्चों के लिए निजी धन से पढ़ाई के लिए टेबल बेंच व एमडीएम के लिए कुर्सी मेज का इंतजाम किया है। एकल अध्यापक वाला विद्यालय होने के बावजूद यहां के बच्चे हिदी व अंग्रेजी की पढ़ाई बेहतर तरीके से कर रहे हैं। विद्यालय में 80 बच्चे नामांकित हैं। महज दो कक्ष होने व बच्चों की संख्या ज्यादा होने से उन्हें बैठाने में परेशानी होती है। इसके बावजूद यहां के बच्चे अप टू डेट रहें, इसके लिए प्रभारी प्रधानाध्यापिका अंजली उपाध्याय ने अपने निजी धन से विद्यालय में संसाधन उपलब्ध कराए हैं। प्रशासन की ओर से अब तक इस विद्यालय का कायाकल्प नहीं हुआ है, लेकिन कायाकल्प जैसा इंतजाम है। शिक्षिका ने यहां पढ़ाई के लिए 10-10 टेबल बेंच, बच्चों के एमडीएम खाने के लिए 30 कुर्सी मेज खरीदा है। यहां बच्चे जमीन पर नहीं कुर्सी मेज पर बैठकर एमडीएम खाते हैं। प्रभारी प्रधानाध्यापिका अंजली का कहना है कि वे बच्चों को कापी, पेंसिल, जेमेट्री बाक्स, आईकार्ड, टाई, बेल्ट आदि सामान अपनी तरफ से देती हैं। यहां के बच्चे हिदी पढ़ाई के साथ ही अंग्रेजी भी पढ़ रहे हैं, ताकि उनका भविष्य बेहतर हो सके। अब विद्यालय तक जाने के लिए बन गई है सड़क
कोटा न्याय पंचायत में स्थित प्राथमिक विद्यालय तरिया बेल्ट पहाड़ी पर स्थित है। विद्यालय के दूसरी तरफ सोन नदी है। पहले इस विद्यालय तक जाने के लिए सड़क नहीं थी। इससे शिक्षकों के साथ ही बच्चों को विद्यालय आवागमन में परेशानी होती थी। प्रधानाध्यापिका ने बताया कि उन्होंने सड़क बनाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। इसके बाद लाकडाउन में सड़क बनी। पूर्व में सीडीओ ने विद्यालय का निरीक्षण किया तो उनके निर्देश पर विद्यालय में टाइल्स लगाया गया और इंटरलाकिग हुई, लेकिन अब तक विद्यालय का कायाकल्प नहीं हुआ है।
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