सरकारी ओडीएफ दावों की खुली पोल: ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय की कमी, चौंकाने वाली घटनाओं ने खोली दावों की पोल
सरकार खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) होने का दावा कर रही है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी लोग खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। कई ग्रामीणों के पास शौचालय नहीं हैं, और जिनके पास हैं, वे भी उनका उपयोग नहीं कर रहे हैं। यह स्थिति सरकार के ओडीएफ दावों की जमीनी हकीकत को उजागर करती है, जहाँ अभी भी बहुत काम किया जाना बाकी है।

सरकारी दावों के विपरीत खुले में शौच का दावा झूठा साबित हो रहा है।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र। पंचायत राज विभाग ने गांवों को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) घोषित कर दिया है। मतलब विभाग का मानना है कि कोई भी व्यक्ति गांवों में खुले में शौच में नहीं जाता, जबकि ऐसा नहीं है। पिछले कुछ दिनों में ऐसी घटनाएं सामने आईं हैं, जो खुले में शौच के दौरान हुई हैं। यानी लोग अब भी खुले में शौच जा रहे हैं और विभाग ओडीएफ घोषित होने का दावा कर अपनी पीठ थपथपा रहा है।
मसलन चोपन थाना क्षेत्र के भभाइच गांव में खुले में शौच के लिए गए व्यक्ति की वज्रपात से मौत हो गई। एक व्यक्ति खुले में शौच गया था। इस दौरान किसी ने उसकी बाइक चोरी कर ली। ऐसे ही कई अन्य घटनाएं हुई हैं। इसके बावजूद विभाग न तो गांवों में फैली गंदगी पर ध्यान दे रहा है और न ही लोगों को शौचालयों का प्रयोग करने के लिए जागरूक कर रहा है। सफाई कर्मी गांवों में न जाकर अधिकारियों के घर और कार्यालयों में काम कर रहे हैं। इससे सरकार के ओडीएफ अभियान को झटका लग रहा है। प्रस्तुत है खुले मे शौच जाने के दौरान हुई घटनाओं के अंश-
केस एक
बभनी थाना क्षेत्र के चौना गांव निवासी 23 वर्षीय अनीता देवी नौ अगस्त की सुबह घर से करीब सौ मीटर दूर बाउली में शौच के लिए गई थी। इस दौरान पैर फिसलने से वह पानी में गिर गई, जिससे उसकी उसकी डूबकर मौत हो गई। घटना से एक माह पूर्व ही आपरेशन से उसे बेटा पैदा हुआ था।
केस दो
राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के मकरीबारी गांव निवासी रामधनी पाल 22 सितंबर को बाइक से चोपन थाना क्षेत्र के कनछ कन्हौरा गांव गया था। वहां से लौटते समय सलखन व बेलछ गांव के बीच में घाघर नदी पुल पर बाइक खड़ा कर खुले में शौच के लिए गया। जब लौटा तो उसकी बाइक चोरी हो चुकी थी। चोपन थाना पुलिस ने उसकी तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया है।
केस तीन
चोपन थाना क्षेत्र के भभाइच गांव निवासी सीताराम कोल तीन अक्टूबर की शाम गांव में खुले में शाैच के लिए गया था। इस दौरान वज्रपात के झटके से वह नाली में औंधे मुंह गिर गया और उसकी मौत हो गई। स्वजन तलाश में निकले तो उसका शव बरामद हुआ।
सभी गांवों में शौचालय दिये जा चुके हैं। यदि किसी को शौचालय नहीं मिला है तो वह आवेदन करे, दिया जाएगा। लोगों को खुले में शौच जाने के प्रति जागरूक होना होगा। विभाग जागरूकता अभियान चलाता रहता है।
- नमिता शरण, जिला पंचायत राज अधिकारी।
गांव में सभी को शौचालय दिया गया है। सामुदायिक शौचालय है। जागरूकता अभियान भी चल चुका है। इसके बावजूद कुछ लोगों की आदत पहाड़ी क्षेत्र में या खेत की ओर शौच के लिए जाने की है। इससे दुर्घटना हो रही है। लोगों को खुले में शौच जाने से रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
- राजेंद्र कुमार, ग्राम प्रधान भभाइच।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।