कायस्थ समाज ने की कलम-दवात की पूजा
ऊर्जांचल स्थित औद्योगिक कालोनियों में मंगलवार को कायस्थ समाज द्वारा अपने इष्टदेव चित्रगुप्त जी का पूजनोत्सव हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। ...और पढ़ें

जासं, अनपरा (सोनभद्र) : ऊर्जांचल स्थित औद्योगिक कालोनियों में मंगलवार को कायस्थ समाज द्वारा अपने इष्टदेव चित्रगुप्त जी का पूजनोत्सव हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। अनपरा परियोजना आवासीय परिसर स्थित शिवमंदिर प्रांगण में कायस्थ महासभा अनपरा द्वारा सपरिवार पूजन, हवन और प्रसाद वितरण किया गया। कायस्थ महासभा के महासचिव प्रवीण श्रीवास्तव ने कहा कि कार्तिक मास शुक्लपक्ष की द्वितीया को कायस्थों द्वारा अपने इष्टदेव चित्रगुप्त का पूजन-अर्चन करने की परंपरा है। सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा जी ने सृष्टि के लेखा-जोखा के लिए अपने काया तथा अस्थि से चित्रगुप्त जी की उत्पति की थी। जिनकी आने वाली पीढि़यां कायस्थ कहलाई। जहां तक कायस्थ वर्ग के मौलिक गुणों का संबंध है, इनके पूर्वज भगवान चित्रगुप्त के हाथ में कलम व दवात प्रारंभ से ही रही है। क्षेत्र के अनपरा, रेणुसागर, ककरी, बीना, खड़िया, शक्तिनगर, बीजपुर, सिगरौली, बैढ़न आदि औद्योगिक कालोनियों व बाजारों में कायस्थ बंधुओं द्वारा पूजन-हवन व रात्रि पहर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। अनपरा के पूजन में यजमान पीके श्रीवास्तव रहे। पूजन को सफल बनाने में अजय श्रीवास्तव, राजन श्रीवास्तव, अनूप श्रीवास्तव, अच्युतेश कुमार, अखिलेश भटनागर, संजय श्रीवास्तव, प्राची श्रीवास्तव, रीना अस्थाना, शिल्पी श्रीवास्तव, आरके श्रीवास्तव आदि का सराहनीय योगदान रहा।

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