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    क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं :मुख्यमंत्री

    By JagranEdited By:
    Updated: Sun, 22 Nov 2020 10:41 PM (IST)

    जागरण संवाददाता सोनभद्र मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं।

    क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं :मुख्यमंत्री

    जागरण संवाददाता, सोनभद्र: मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने पर्यटन विकास पर जोर दिया। इस दिशा में पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन बुकलेट बना रहा है। सीएम ने धंधरौल की विहंगम दृश्य को भी निहारा।

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    मछंदर नाथ से जोड़ा नाता : सीएम ने कहा, मैं जिस संप्रदाय से हूं उसका यहां से गहरा नाता है। बाबा मछंदर नाथ की तपोस्थली यहीं पर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव-गांव के लोगों को साथ लेकर उनका विकास किया जा रहा है। यहां जनजातियों की संख्या अधिक है इसलिए विकास के लिए पूरी कार्ययोजना बनी है। उन्होंने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री आवास योजना तथा आयुष्मान भारत की भी चर्चा की।

    बांध की भव्यता को देखकर रह गए दंग

    प्रधानमंत्री द्वारा हर घर तक पाइप से जल पहुंचाने की योजना के वर्चुअल शिलान्यास के आयोजन में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ धंधरौल बांध की भव्यता को देखकर दंग रह गए। अपने उद्बोधन में जहां सीएम ने धंधरौल बांध का बखान किया तो वहीं दूसरी ओर कार्यक्रम के बाद बांध के तट से करीब 10 मिनट तक निहारा। इस दौरान उन्होंने बांध को नमन किया और पूजन-अर्चन किया। सीएम के साथ चल रहे केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को धंधरौल बांध के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बताया कि यह बांध वर्ष 1917 में अंग्रेजी शासनकाल में तबके मीरजापुर जिले में बनाया गया था। विदित हो कि जिले के बंटवारे के बाद भी धंधरौल बांध का पानी सिचाई के लिए मीरजापुर व सोनभद्र के लिए बराबर-बराबर बांटा जाता है। मुख्यमंत्री ने उपस्थित जिला स्तरीय अधिकारियों से बांध के बारे में और भी जानकारी ली। कहा कि इसके संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाए। धंधरौल बांध एक नजर में निर्माण वर्ष : 1912 से 1917

    अधिशासी अभियंता : बीडीओ डर्ली (तत्कालीन )

    सहायक अभियंता : टीएम लील

    बांध में फाटक : 22