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    सोन नदी में फिर से शुरू हुआ बालू का अवैध खनन

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 08 May 2020 05:51 PM (IST)

    लॉकडाउन के बीच सोन नदी में अवैध बालू खनन पुन तेजी से शुरू हो गया है। गुरुवार देर रात ओबरा वन प्रभाग अंतर्गत जुगैल रेंज में सेमिया से अवैध बालू परिवहन ...और पढ़ें

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    सोन नदी में फिर से शुरू हुआ बालू का अवैध खनन

    जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : लॉकडाउन के बीच सोन नदी में अवैध बालू खनन एक बार फिर से शुरू हो गया है। गुरुवार देर रात ओबरा वन प्रभाग अंतर्गत जुगैल रेंज में सेमिया से अवैध बालू परिवहन कर रहे ट्रैक्टर को पकड़ा गया। वन विभाग की टीम के छापेमारी की खबर सुन अन्य सोन तटों पर अवैध खनन कर रहे खननकर्ता वाहन सहित फरार हो गए। पकड़े गए ट्रैक्टर को चोपन स्थित डाला रेंज कार्यालय पर लाकर सीज कर दिया गया है।

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    कोरोना संकट के बीच ग्रीन जोन होने की वजह से जनपद में कई विकास कार्य शुरू हो गए हैं, खासकर शौचालयों के निर्माण के बढ़ते दबाव को देखते हुए बालू की मांग पुन: बढ़ गई है। लॉकडाउन से पहले मध्यप्रदेश से बालू लायी जाती थी, लेकिन सीमा सील होने के कारण सोन में अवैध खनन पुन: शुरू हो गया है। देर रात हुई कार्यवाही में खेवंधा, महलपुर, विजौरा, गुजरी, बड़गांवा, चतरवार, छितिकपुरवा, सेमिया, घोरिया आदि जगहों में अवैध बालू खनन का मामला सामने आया है। इनमें कई जगहें सोन अभ्यारण के अंतर्गत आते हैं। अवैध खनन के बढ़ते मामले का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बिजौरा सहित कई जगहों पर बालू डंप की जाने लगी है।  वन विभाग उतरा सोन तटों पर 

    अवैध खनन के मामले में पुलिस के अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने को देखते हुए वन विभाग ने छापेमारी टीम में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाते हुए मध्यप्रदेश की सीमा तक फैले सोन के तटों पर उतरना शुरू कर दिया है। गुरुवार देर रात वन विभाग की टीम में जुगैल रेंजर अरविद कुमार मिश्रा, डिप्टी रेंजर डाला अनिल कुमार सिंह, वन दारोगा कल्पनाथ, प्रेमचंद्र पटेल, वन रक्षक छविद्रनाथ, सुदर्शन प्रसाद, राज किशोर यादव सहित जगदीश यादव, पिटू सिंह एवं राजपति आदि मौजूद रहे। पिछले कई मौकों पर खतरनाक हुए अवैध खननकर्ताओं के कारण वन टीम में ज्यादा लोगों को शामिल किया गया है। गत आठ मार्च को ही वन विभाग की टीम द्वारा मारे गए छापे के दौरान बालू माफियाओं ने वनकर्मियों पर हमला बोलते हुए आधा दर्जन ट्रैक्टर छुड़ा ले गए थे। समय पर पुलिस की मदद नहीं मिलने के कारण बालू माफिया वाहन सहित फरार होने में कामयाब हो गये थे। बोले अधिकारी..

    कई दिनों से अवैध खनन कर परिवहन किए जाने की सूचना मिल रही थी। उसी आधार पर यह कार्रवाई हुई है। कई अन्य जगहों के बारे में भी जानकारी हुई है। जल्द ही कार्रवाई होगी।

    - अरविद कुमार मिश्र, वन क्षेत्राधिकारी, जुगैल।