वन भूमि पर कब्जा करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई
वन भूमि पर अवैध कब्जा हुआ तो वन क्षेत्राधिकारी होंगे जिम्मेदार

वन भूमि पर कब्जा करने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई
जागरण संवाददाता, गोविंदपुर (सोनभद्र): वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा हुआ तो वन क्षेत्राधिकारी जिम्मेदार होंगे। कब्जा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रभागीय वनाधिकारी रेणुकूट मनमोहन मिश्र ने चितपहरी वन भूमि पर से कब्जा हटाने का निर्देश दिया है। चेताया है कि यदि कब्जा नहीं हटा तो संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वन प्रभाग के रेणुकूट के म्योरपुर रेंज क्षेत्र स्थित पूर्वी देवहार के चितपहरी पहाड़ी के पूर्वी हिस्से में अवैध कब्जा कर बोए गए कत्था के पौधे को जोतकर दोबारा कब्जा करने पर लगभग 35 बीघा वन भूमि पर पौधा रोपण कराने का रेंजर को निर्देश दिया।
डीएफओ ने कहा कि वन भूमि पर कब्जा हुआ तो इसके लिए सभी क्षेत्रों में रेंजर जिम्मेदार माने जाएंगे और उनके खिलाफ शासन को पत्र लिखा जाएगा। केवल वनाधिकार के तहत फार्म भरने से जंगल की जमीन पर कब्जा नही होने देंगे। 2005 से पहले का कब्जा हो तो 70 साल का सबूत पिछड़ी जाति को देना है। चितपहरी में तीन साल से कब्जा की बात सामने आ रही है। कब्जा करने वाले वन आश्रित जीविकोपार्जन वाले समुदाय से भी नही है। बताया कि उक्त भूमि पर पौधारोपण कराया जाएगा। चितपहरी जंगल के पूर्वी हिस्से को कब्जा करने के साथ छमुहा नाले का अस्तित्व मिटाने का प्रयास किया गया है। जिस पर वन विभाग के रोक के बाद धान का बीज डाला गया है।
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