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    इलेक्ट्रिक इंजन का पहला ट्रायल रहा सफल, दूसरा 11 को

    By JagranEdited By:
    Updated: Sun, 08 Sep 2019 05:33 PM (IST)

    उत्तर मध्य रेलवे के इलाहाबाद मंडल में आने वाले चोपन-चुनार रेलमार्ग पर भी जल्द ही हाईस्पीड वाली ट्रेन दौड़ती नजर आएगी। वह भी बिना धुएं के।

    इलेक्ट्रिक इंजन का पहला ट्रायल रहा सफल, दूसरा 11 को

    जागरण संवाददाता, सोनभद्र : उत्तर मध्य रेलवे के इलाहाबाद मंडल में आने वाले चोपन-चुनार रेलमार्ग पर भी जल्द ही इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौड़ती नजर आएगी। वह भी बिना धुएं के। ..क्योंकि इस मार्ग पर पटरियों को इस तरह से लगाया गया है कि तेज रफ्तार वाली रेलगाड़ियों के साथ ही इलेक्ट्रिक इंजन को भी चलाया जा सके। एक साल से अधिक समय से चल रहे काम को पूर्ण करके रेलवे के अधिकारियों ने स्थानीय स्तर पर पहला ट्रायल शनिवार की शाम को कर लिया। अब अधिकारियों की मौजूदगी में 11 सितंबर को पुन: एक ट्रायल कराए जाने की बात कही जा रही है। इसके बाद इस पर नियमित इलेक्ट्रिक इंजन दौड़ाने का रास्ता साफ हो जाएगा।

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    रेलवे से जुड़े अधिकारियों की मानें तो अभी सोनभद्र जिला मुख्यालय का स्टेशन डी श्रेणी में है, क्योंकि यहां की आय एक लाख रुपये तक ही है। ऐसे में आय बढ़ाने के लिए जो सबसे जरूरी है वह लंबे रूट व तेज रफ्तार वाली गाड़ियों का संचालन। गत वर्षों में दिए गए प्रस्ताव पर अमल करते हुए रेलवे ने इसे मंजूरी दी और शुरू हो गया नवीनीकरण का कार्य। इस मार्ग पर 13 और 39 मीटर की रेल पटरी को हटाकर 260 मीटर लंबी रेल पटरी बिछाने के काम को अंजाम दिया गया। इस पटरी को पहले नट-बोल्ट से कसा गया था, जिसे हटाकर बेल्डिग किया गया, ताकि कोई अराजक तत्व उसे खोल न सके। इसके अलावा 52 किलो प्रति मीटर वाली पटरी को हटाकर 60 किलो प्रति मीटर वाली पटरी लगायी गयी। इससे ट्रैक मजबूत हुआ और तेज रफ्तार वाली गाड़ियों को इस रूट से चलाया जा सकेगा। इसके साथ ही इस रूट पर विद्युतीकरण का कार्य भी पूरा कर लिया गया। तेजी से लगा हुआ है रेलवे

    रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि इनदिनों काम तेजी से चल रहा है। विद्युतीकरण के कार्य को पूर्ण करके स्थानीय स्तर पर पहला ट्रायल किया जा चुका है। अब दिल्ली से आने वाली तकनीकी टीम के समक्ष 11 सितंबर को पुन: ट्रायल कराए जाने की उम्मीद है। रविवार को रेल यातायात के अधिकारियों ने उन स्थानों पर पहुंचकर जायजा लिया और कमियों को दूर किया। जहां पहले ट्रायल के दौरान किसी तरह की हल्की-फुल्की कमी मिली थी। इमरजेंसी में भी काम आता है यह रूट

    चोपन-चुनार रेलमार्ग के नवीनीकरण के बाद इस रूट पर तेज रफ्तार वाली गाड़ियां चलायी जा सकेंगी। इसके साथ ही कभी-कभी मुगलसराय रेलखंड पर व्यवधान उत्पन्न होने से कई महत्वपूर्ण ट्रेनों को निरस्त कर दिया जाता है, लेकिन जब यह ट्रैक मजबूत हो गया तो ट्रेनों को निरस्त न कर इसी रूट से रवाना किया जा सकेगा। इसके पहले कई ट्रेनों को इस रूट से चलाया भी गया है। ------------------------

    चोपन-चुनार रेल लाइन की दूरी : 102 किमी

    चोपन-चुनार के बीच कुल ट्रेन : 12