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    चोपन-गढ़वा के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेन चलने का रास्ता साफ

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 31 May 2019 06:19 PM (IST)

    पूर्व मध्य रेलवे के गढ़वा रोड-सिगरौली रेलखंड में इलेक्ट्रिक ट्रेन चलने का रास्ता साफ हो गया है। इस रेलखंड के बड़े हिस्से को विद्युत आपूर्ति करने वाले ओबरा डैम रेलवे स्टेशन के पास निर्मित 25 केवी विद्युत उपकेंद्र को चार्ज करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है।

    चोपन-गढ़वा के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेन चलने का रास्ता साफ

    जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : पूर्व मध्य रेलवे के चोपन-गढ़वा-सिगरौली रेलखंड पर इलेक्ट्रिक ट्रेन चलने का रास्ता साफ हो गया है। इस रेलखंड के बड़े हिस्से को विद्युत आपूर्ति करने वाले ओबरा डैम रेलवे स्टेशन के पास निर्मित 25 केवी विद्युत उपकेंद्र को चार्ज करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। विद्युत केंद्र को ओबरा जल विद्युत परियोजना की 132 केवी पारेषण लाइन से जोड़ा जा रहा है। इस प्रक्रिया में शुक्रवार को ओबरा जल विद्युत परियोजना, यूपी पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन, विद्युत प्रेषण मंडल मीरजापुर तथा रेलवे की टीम युद्धस्तर पर लगी रही। उम्मीद है कि अगले 24 घंटे में विद्युत उपकेंद्र को जोड़ दिया जाएगा। उसके बाद रेलखंड के बड़े हिस्से को विद्युत आपूर्ति शुरू हो जाएगी। इसके बाद गढ़वा से चोपन तक इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। ट्रेनों के संचालन से रेलवे को डीजल बचत के तौर पर काफी लाभ होगा। चार उपकेंद्रों से मिलेगी बिजली 

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    देश में सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले मंडलों में दूसरे नंबर के पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद मंडल के गढ़वा रोड-चोपन-सिगरौली रेलखंड को 25 केवी क्षमता के चार विद्युत उपकेंद्रों से विद्युत आपूर्ति होगी। ए उपकेंद्र प्रत्येक 50 किलोमीटर पर नगर उटारी, रेणुकूट, ओबरा एवं सिगरौली में बनाए जा रहे हैं। इनमें ओबरा और रेणुकूट के विद्युत उपकेंद्र का निर्माण पूरा हो गया है। गौरतलब हो कि ओबरा डैम स्थित विद्युत उपकेंद्र को ओबरा जल विद्युत घर से तथा रेणुकूट उपकेंद्र को पिपरी जल विद्युत गृह से बिजली दी जानी है। रेणुकूट में बनाए गए उपकेंद्र तक पिपरी से आ रही पारेषण लाइन के निर्माण में वन विभाग की आपत्ति के कारण देरी हो रही है लेकिन ओबरा डैम स्टेशन के पास बने उपकेंद्र के चालू होने से रेलखंड के बड़े हिस्से को विद्युत आपूर्ति शुरू हो जाएगी। रेलवे के विद्युतीकरण की चल रही प्रक्रिया में गतवर्ष नवंबर से फरवरी तक काम ठप होने के कारण विद्युत उपकेंद्रों के निर्माण में भी देरी हो गई थी। रेलवे के अवर अभियंता पीके सिंह ने बताया कि ओबरा टीपीएस का कार्य पूरा हो गया है बस अब लाइन जुड़ने का इंतजार है।   257 किमी में हो रहा विद्युतीकरण

    गढ़वा-सिगरौली रेलखंड के बीच 257 किलोमीटर के हिस्से में विद्युतीकरण हो रहा है। अक्टूबर 2013 में रूट के हिसाब से 257 किमी लंबे गढ़वा रोड-सिगरौली रेल मार्ग के विद्युतीकरण कार्य को अनुमति प्रदान की गई। ट्रैक रूट के हिसाब से यह दूरी 347 किमी थी। जनवरी 2014 से रूट के विद्युतीकरण का कार्य प्रारंभ किया गया। वर्ष 2014 से लगभग 250 करोड़ की लागत से शुरू हुए कार्य में गढ़वा रोड से रेणुकूट तक गतवर्ष इलेक्ट्रिक ट्रेन के ट्रायल में सफलता मिली थी। अभी तक ओबरा डैम रेलवे स्टेशन  तक  विद्युतीकरण  का कार्य लगभग पूरा हो गया है। इसके अलावा ओबरा डैम से सिगरौली के बीच विद्युतीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है। इसके 2021 तक पूरा होने की संभावना है।

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    बोले जिम्मेदार

    ओबरा डैम स्थित विद्युत उपकेंद्र को बिजली आपूर्ति शुरू करने का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। इलेक्ट्रिक सेफ्टी क्लियरेंस की प्रक्रिया के बाद अगले 24 घंटे में विद्युत आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।

    -इं. महेश गौतम, अधिशासी अभियंता, ओबरा जल विद्युत गृह

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