पीसीयू के केंद्रों पर किसानों का बकाया आठ करोड़
- जिले में संचालित पीसीयू के 30 धान खरीद केंद्र 72 घंटे में भुगतान का नियम नहीं आता नजर।
सीतापुर : उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव यूनियन (पीसीयू) के धान खरीद केंद्रों पर किसानों का अभी आठ करोड़ से अधिक का भुगतान बकाया है। 72 घंटे में भुगतान का नियम पीसीयू के केंद्रों पर प्रभावी नहीं है। धान के भुगतान के लिए किसानों को भटकना पड़ रहा है। गुहार और मनुहार के बाद धान बेचने वाले किसान अब भुगतान के लिए परेशान हैं। टोकन के नाम पर किसानों को यहां से वहां दौड़ाया जाता है।
पीसीयू के कई धान क्रय केंद्र धान खरीद के मामले में भी पीछे हैं। आवंटित लक्ष्य के सापेक्ष की गई खरीद की प्रगति सही नहीं है। बता दें कि, जिले में पीसीयू के 30 खरीद केंद्र संचालित हैं। तहसीलवार बने इन केंद्रों पर धान खरीद के आंकड़े दर्शाए जा रहे हैं। आंकड़ों की मानें तो इन केंद्रों पर 28 हजार क्विंटल से अधिक धान की खरीद हो चुकी है। खरीद के आंकड़ों के बारे में पूछने पर पीसीयू जिला प्रबंधक भी सहीं जानकारी नहीं दे पाए।
मंडी में किसानों की भीड़, तौल बंद
गुरुवार को शहर की नवीन गल्ला मंडी में संचालित कई केंद्रों पर धान खरीद नहीं की गई। तौल बंद होने का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ा। भारतीय खाद्य निगम के खरीद केंद्र पर तौल के लिए खड़े किसान जगदीश दीपावली के अगले ही दिन आ गए थे। उसी दिन से केंद्र पर धान नहीं तौला गया। किसान राजू को भी केंद्र पर तीन दिन बीत गए हैं। खाद्य विभाग के हरगांव एट मंडी खरीद केंद्र पर भी धान की तौल नहीं की गई। खरीद केंद्रों पर धान खरीद न होने से मंडी में किसानों की भीड़ जमा हो गई है। कृषक विश्रामालय जाने वाले रास्ते पर किसानों के धान लदी ट्रैक्टर-ट्रालियां खड़ी हैं। कृषक विश्रामालय के सामने आढ़ती कांटा लगाकर तौल करते हैं। इससे कृषक विश्रामालय का रास्ता बंद हो जाता है।
पीसीयू केंद्रों को आवंटित लक्ष्य व खरीद
- 30 धान खरीद संचालित हैं पीसीयू के
- 34800 मीट्रिक टन धान खरीद का है लक्ष्य
- 28197 क्विंटल धान अब तक खरीदा गया
- 4462 लाख रुपये का भुगतान किया गया
- 804 लाख रुपये का भुगतान बकाया है
सभी केंद्रों पर खरीद की जा रही है। भुगतान भी हो रहा है। केंद्र प्रभारी खरीद की फीडिग एक-दो दिन में कराते हैं, इसके लिए ही खरीद में अंतर दिखता है।
- कुलदीप, जिला प्रबंधक पीसीयू
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