महोली में ट्रेनों के ठहराव का वर्षो से हो रहा इंतजार
सीतापुर-दिल्ली रेल खंड पर वाया महोली कई एक्सप्रेस ट्रेनें हैं गुजरती महज एक पैसेंजर ट्रेन का स्टापेज।

राघवेंद्र वाजपेयी, सीतापुर
सीतापुर से वाया महोली होकर शाहजहांपुर, बरेली और दिल्ली के लिए 24 घंटे में एक दर्जन से ज्यादा पैसेंजर ट्रेनें गुजरती हैं। लेकिन, महोली रेलवे स्टेशन पर किसी का ठहराव नहीं है। महोली में केवल एक पैसेंजर ट्रेन का स्टापेज है। राष्ट्रीय राजमार्ग-24 पर महोली होने के बाद भी स्टेशन पर एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव न होना रेल यात्रियों के लिए बड़ी समस्या है। दरअसल, यहां से व्यापारी दिल्ली जाने के लिए सीतापुर अथवा शाहजहांपुर पहुंचते हैं और वहां से ट्रेनों को पकड़ते हैं। अगर एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव यहां निश्चित होता तो लोगों को अनावश्यक भाग-दौड़ से छुटकारा मिल जाता।
लेकिन, विडंबना है कि अब तक इस समस्या का निदान नहीं हो सका। महोली व आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग दिल्ली, पंजाब, चंडीगढ़, मुरादाबाद, बरेली, सहारनपुर, लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, बनारस व गोरखपुर के लिए आवागमन करते हैं। व्यापारियों के सामने रोडवेज बस के अलावा परिवहन का अन्य कोई सार्वजनिक विकल्प नहीं है। वहीं, पैसेंजर ट्रेन से जाना कोई पसंद नहीं करता, क्योंकि इसमें काफी समय लगता है। ऐसे में लोग बस व निजी वाहनों का सहारा लेते हैं।
स्टेशन मास्टर महोली रामप्रसाद त्रिवेदी ने बताया कि सीतापुर-शाहजहांपुर रेल खंड के महोली रेलवे स्टेशन पर केवल एक पैसेंजर ट्रेन का ठहराव है। कई एक्सप्रेस ट्रेनें यहां से गुजरती हैं। एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव का निर्णय उच्चस्तर से होता है।
कामाख्या व वैष्णो देवी के यात्रियों को दिक्कतें :
कामाख्या एक्सप्रेस कामाख्या से जम्मू के कटरा तक संचालित होती है। इस ट्रेन से वैष्णो देवी व कामाख्या देवी जाने वाले लोग यात्रा करते हैं। इस ट्रेन का सीतापुर व शाहजहांपुर में ही ठहराव होता है। यात्रियों को यह ट्रेन पकड़ने के लिए सीतापुर अथवा शाहजहांपुर जाना पड़ता है, जबकि इस ट्रेन का ठहराव महोली करने की मांग कई बार उठी। लोगों ने सांसद व रेल मंत्री को पत्र भी भेजे।
महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव नहीं :
इस रूट से जननायक एक्सप्रेस दरभंगा से अमृतसर, सत्यागृह एक्सप्रेस दिल्ली से रक्सौल तक संचालित हैं। यह ट्रेनें बिहार, दिल्ली, यूपी व पंजाब को जोड़ती हैं। इनसे संबंधित यात्रियों को काफी दिक्कतें होती है। यात्री पहले रोडवेज बस से सीतापुर पहुंचते हैं, फिर ट्रेन से गंतव्य के लिए रवाना होते हैं। इन ट्रेनों से श्रमिक वर्ग के लोग ज्यादा चलते हैं, जो कि दिल्ली, पंजाब व हरियाणा आते-जाते हैं।
केवल एक पैसेंजर का ठहराव :
महोली रेलवे स्टेशन पर केवल शाहजहांपुर-सीतापुर पैसेंजर ट्रेन का ठहराव है। यह ट्रेन सुबह सीतापुर से शाहजहांपुर रवाना होती है। यह ट्रेन सीतापुर सिटी, नेरी, महोली, मैगलगंज, जंग बहादुरगंज, रौजा होकर शाहजहांपुर पहुंचती है। शाम को यह ट्रेन सीतापुर के लिए निकलती है। इस ट्रेन से बहुत कम लोग यात्रा करते हैं। दरअसल, ज्यादातर यात्री रोडवेज बस से यात्रा करते हैं।
रेल यात्रियों की भी सुनिये ..
महेश गुप्ता दीपू ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग और तहसील मुख्यालय होने के बावजूद एक्सप्रेस ट्रेनों की सुविधा महोली के लोगों को नहीं मिल रही। बड़ी संख्या में व्यापारी व गैर प्रांतों के लिए लोग आवागमन करते हैं। लोगों को काफी असुविधा उठानी पड़ती है। राजन सिंह ने बताया कि दिल्ली व अमृतसर के लिए व्यावसायिक कारणों से अक्सर आना-जाना लगा रहता है। बस से सीतापुर अथवा शाहजहांपुर पहुंचकर ट्रेन पकड़ते हैं। वहीं, जो ट्रेने यहां से गुजरती हैं, उनका ठहराव नहीं है।
पवन मिश्र ने बताया कि महोली में केवल एक पैसेंजर ट्रेन का ठहराव है। इससे कोई सुविधा नहीं मिल रही। एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव होने लगे तो पंजाब, दिल्ली, जम्मू, बिहार व बंगाल के लिए आवागमन सुविधाजनक हो जाए। राजीव मिश्र बताया कि यहां ट्रेनों का ठहराव न होने से व्यापारियों व आसपास के लोगों को काफी समस्या होती है। काफी समय से एक्सप्रेस ट्रेनों के ठहराव की मांग की जा रही है। पूर्व में ज्ञापन भी भेजा गया था, मगर कुछ हुआ नहीं।

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