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    सीतापुर में गठित की गई उत्तर प्रदेश की पहली एंटी कन्वर्शन सेल, एक इंस्पेक्टर समेत 7 पुलिसकर्मियों की टीम

    UP News सीतापुर में उत्तर प्रदेश की पहली मतांतरण रोधी सेल (एंटी कन्वर्शन सेल) का गठन किया गया है। इस सेल में एक निरीक्षक दो उप निरीक्षक और चार सिपाही शामिल हैं। यह सेल मतांतरण की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए गोपनीय सूचना जुटाकर कार्रवाई करेगी। सेल का नेतृत्व एक निरीक्षक कर रहे हैं और इसमें दो उप निरीक्षक और चार सिपाही शामिल हैं।

    By Jagran News Edited By: Abhishek Pandey Updated: Wed, 01 Jan 2025 01:11 PM (IST)
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    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, सीतापुर। मतांतरण की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्र ने ठोस रणनीति बनाते हुए पहल की है। उन्होंने मतांतरण रोधी सेल (एंटी कन्वर्शन सेल) गठित की है। प्रदेश की यह पहली ऐसी सेल बताई जा रही है। सेल में एक निरीक्षक, दो उप निरीक्षक और चार सिपाही को जिम्मेदारी दी गई है। यह सेल गोपनीय सूचना जुटाकर ऐसी गतिविधियाें में संलिप्त लोगों को कार्रवाई के दायरे में लाकर इन पर अंकुश लगाएगी। साथ ही आरोपितों के नेटवर्क तक पहुंचकर उसको तोड़ने का भी काम करेगी।

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    जिले में मतांतरण की एक दशक पहले शुरू हुईं गतिविधियां पुलिस कार्रवाई के बावजूद थम नहीं रही हैं। 12 दिसंबर को सिधौली के कटसरैया में मतांतरण करा रहे सात लोगों को गिरफ्तार किया था, जोकि लखीमपुर, रायबरेली, कन्नौज और लखनऊ के रहने वाले थे।

    पादरी को किया गया था गिरफ्तार

    पुलिस ने 23 दिसंबर को लखीमपुर के मोहनपुर ग्रंट के मूल निवासी व लखनऊ के इटौंजा में रह रहे पादरी इलगिन को भी गिरफ्तार कर लिया था, जबकि उसकी पत्नी मनीषा अभी नहीं पकड़ी जा सकी है। इस प्रकरण के तार कन्नौज व दिल्ली से भी जुड़े होने की पुष्टि हो चुकी है। एलविन भी डेविड की तरह गतिविधियां संचालित करता था। पुलिस उसके भी खातों की जांच कर रही है।

    29 दिसंबर की रात तंबौर के दुबई गांव में मतांतरण करा रहे लहरपुर के छावनी निवासी संतोष बुद्ध, विजेसपुर के मिश्रीलाल, सुपौली के गंगाराम, दुबई के सुरेंद्र जायसवाल तथा शिवकुमार को मौके से गिरफ्तार किया था। इन्हीं गतिविधियों के दृष्टिगत पुलिस अधीक्षक ने यह पहल की है।

    एक दशक गहरी हैं मतांतरण की जड़ें

    जिले में मतांतरण की गतिविधियों की शुरुआत करीब एक दशक पहले सदरपुर के शहबाजपुर से हुई थी। यहां के एक ग्रामीण के माध्यम से डेविड अस्थाना यहां पहुंचा था और चंगाई सभा व अन्य प्रलोभन देकर लोगों को मतांतरित करता था। वर्ष 2022 में पुलिस की कार्रवाई में डेविड अस्थाना सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था। जांच के दौरान डेविड के विभिन्न खातों में अमेरिका, ब्राजील और साउथ कोरिया सहित विभिन्न देशों के 12 लोगों की ओर से करीब साठ लाख रुपये भेजने की पुष्टि हुई थी।

    इन इलाकों में संचालित हो रहीं गतिविधियां

    मतांतरण की गतिविधियां सिधौली, सकरन, सदरपुर, तालगांव, लहरपुर, हरगांव, रामपुर मथुरा, तंबौर और मिश्रिख इलाके में संचालित हो रही हैं।

    पुलिस अधीक्षक, चक्रेश मिश्र ने बताया

    मतांतरण रोधी सेल का गठन कर दिया गया है। यह अपनी तरह की प्रदेश की पहली सेल है। एक-दो माह में इसके सकारात्मक परिणाम दिखेंगे। यह सेल गतिविधियों की गोपनीय सूचना जुटाकर कार्रवाई करेगी। इसके बाद इनके नेटवर्क को खंगाल कर उसे ध्वस्त किया जाएगा।

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