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    UP: सीतापुर के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की आठ छात्राओं की तबीयत खराब, कराया गया भर्ती

    By Dharmendra PandeyEdited By: Dharmendra Pandey
    Updated: Fri, 12 Dec 2025 12:51 PM (IST)

    Sitapur News: वार्डन ज्योति चौधरी ने एम्बुलेंस से ले जाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेउसा में भर्ती कराया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उनकी हाल ...और पढ़ें

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    जिला अस्पताल में भर्ती छात्राएं

    संवाद सूत्र, जागरण, सीतापुर:  कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय रेउसा में गुरुवार की देर शाम अचानक आठ छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। सभी छात्राओं को वार्डन ज्योति चौधरी ने एम्बुलेंस से ले जाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेउसा में भर्ती कराया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उनकी हालत गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।

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    सीएचसी में करीब तीन घंटे तक चले उपचार के बाद डॉक्टर नरेश ने फूड पॉइजनिंग या ठंड लगने की आशंका जताई। रेउसा से रेफर करने के दौरान एंबुलेंस उपलब्ध न होने पर थानाध्यक्ष हनुमंत तिवारी ने तुरंत प्राइवेट वाहन और एंबुलेंस की व्यवस्था कर छात्राओं को जिला अस्पताल भिजवाया। यहां से पल्लवी व ज्योति को लखनऊ रेफर किया गया है l

    बीमार छात्राओं में सुहानी पुत्री रामदुलारे निवासी कुसम्हौरा, सालनी पुत्री बुद्धू निवासी थानगांव, जुगनी पुत्री रामनारायण निवासी बजेहरा पुरवा, ज्योति रस्तोगी पुत्री राजेश कुमार निवासी बंभनावा, पल्लवी पुत्री रामचंद्र निवासी सेमरा, अंशिका पुत्री मनोरमा निवासी बरी, शशि पुत्र किशोर कुमार निवासी विजेहड़ा और अंकिता पुत्री घनश्याम शामिल हैं। सभी को खांसी, पेट दर्द और सांस लेने में परेशानी की शिकायत थी।

    डीएम ने बनाई समिति 24 घंटे में देनी होगी रिपोर्ट

    कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय रेउसा में छात्राओं की हालत बिगड़ने के मामले में डीएम डॉ राजा गणपति आर ने जांच टीम गठित कर 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी है l जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को समिति का अध्यक्ष बनाया है उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया है कि अगर इसमें किसी प्रकार की लापरवाही हुई है तो संबंधित व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी l रात में ही जिलाधिकारी ने जिला अस्पताल पहुंचकर चिल्ड्रन वार्ड में भर्ती बच्चों का हाल-चाल लिया था l वहीं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिया था कि बच्चों के इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी l जिलाधिकारी के निर्देश पर सीएमएस ने एक चिकित्सक के नेतृत्व में आठ सदस्य पैरामेडिकल स्टाफ को बच्चों के देखरेख के लिए नियुक्त किया है l