यूपी बोर्ड परीक्षा में कम हो सकता ही केंद्रों की संख्या, निगरानी करने में होगी आसानी
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) आगामी बोर्ड परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या कम करने की योजना बना रहा है। इसका उद्देश्य परीक्षाओं का सुचारू संचालन और निगरानी को बेहतर बनाना है। कम केंद्रों से नकल रोकने और संसाधनों का प्रबंधन आसान होगा, जिससे परीक्षा प्रक्रिया सुविधाजनक बनेगी।

पहले से कम हो सकते बोर्ड परीक्षा केंद्र।
संवाद सूत्र, सीतापुर। यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 18 फरवरी से प्रस्तावित हैं। इसकी तैयारियां चल रही हैं। परीक्षा केंद्रों के लिए तहसीलों से सत्यापन रिपोर्ट आ गई हैं। इसका विवरण बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है। इसके बाद बोर्ड के स्तर से केंद्रों का निर्धारण होगा।
इस बार जिले में परीक्षा केंद्रों की संख्या कम हो सकती है। बोर्ड ने बड़े परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है। जिससे केंद्रों पर निगरानी की व्यवस्था प्रभावी तरीके से हो सके।
परीक्षा केंद्रों के लिए जिले के 441 माध्यमिक विद्यालयों ने अपना विवरण फीड किया है। इन विद्यालयों में किस तरह व किस स्तर की व्यवस्थाएं हैं, इसका सत्यापन कर रिपोर्ट देने के लिए जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया था।
सभी तहसीलाें से सत्यापन रिपोर्ट जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय भेज दी गई है। यहां से इसका विवरण बोर्ड को 24 नवंबर तक भेजा जाना है।
सत्यापन रिपोर्ट का विवरण विभाग की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। कितने परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे, सत्यापन रिपोर्ट का आंकलन करने के बाद बोर्ड इसका निर्णय करेगा।
अब अधिकतम 2200 तक हो सकते परीक्षार्थी
पिछली बार जिले में बोर्ड परीक्षा के लिए 146 केंद्र बनाए गए थे। इस बार बोर्ड परीक्षा केंद्रों की संख्या कम हो सकती है। इस पर निर्णय बोर्ड को लेना है। पहले किसी बड़े परीक्षा केंद्र पर अधिकतम 1800 तक परीक्षार्थी हो सकते थे।
इस बार बड़े केंद्र पर परीक्षार्थियों की संख्या 2200 तक हो सकती है। इसका उद्देश्य कम परीक्षा केंद्र बनाकर निगरानी व्यवस्था को आसान करना है। बोर्ड परीक्षा के लिए लगभग 91 हजार छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया है।
सभी तहसीलों से परीक्षा केंद्रों से संबंधित सत्यापन रिपोर्ट आ गई हैं। इसे बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है। अंतिम रूप से परीक्षा केंद्रों की संख्या बोर्ड से ही तय होगी। बड़े परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों की संख्या में इस बार बदलाव किया गया है। अब पहले से अधिक परीक्षार्थी आवंटित किए जा सकेंगे। इसका उद्देश्य केंद्रों की संख्या कम करना है। जिससे निगरानी सुगमता से हो सके। -राजेंद्र सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक।

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